
एडिटर/संपादक:-तनीश गुप्ता,खण्डवा
सहज विधाणी के जन्मदिन पर सामाजिक सरोकार: नवजीवन चिल्ड्रन होम के बालक को मिला नया परिवार,
खंडवा।। सहज समागम फाउंडेशन दत्तक ग्रहण अभिकरण एस ए ए के संचालक सहज विधाणी के जन्मदिन को एक सामाजिक पहल के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर फाउंडेशन द्वारा नवजीवन चिल्ड्रन होम के 17 वर्षीय बालक को एक नया परिवार देने की पहल की गई।समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि बालक इस वर्ष दसवीं कक्षा की परीक्षा दे रहा है, और सोमवार को उसका अगला पेपर होने के कारण, उसकी पढ़ाई में कोई बाधा न आए, इसलिए सहज समागम फाउंडेशन दत्तक ग्रहण अभिकरण, खंडवा द्वारा रविवार को परिवार से मिलने का फैसला लिया गया। इस निर्णय से सुनिश्चित किया गया कि बालक को किसी प्रकार की असुविधा न हो और वह अपनी परीक्षा पर पूरा ध्यान केंद्रित कर सके। बालक को गोद लेने वाले पिता एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं, और वे उसे भी मैकेनिकल इंजीनियर बनाना चाहते हैं। यह पहल न केवल बच्चे के उज्ज्वल भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि एक संपूर्ण परिवार बनने का जरिया भी है। इस पहल के माध्यम से बालक को माता-पिता मिले, और माता-पिता को एक संतान का सुख प्राप्त हुआ। यह न सिर्फ एक परिवार के लिए हर्ष का विषय है, बल्कि समाज में अनाथ बच्चों के पुनर्वास के प्रति एक सकारात्मक संदेश भी देता है। समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि कई बार परित्यक्त बच्चों को सही समय पर परिवार नहीं मिल पाता, जिससे वे भविष्य में असुरक्षा और अकेलेपन का अनुभव करते हैं। लेकिन अगर इन बच्चों को समय रहते माता-पिता का प्यार और सहारा मिल जाए, तो वे भी एक सामान्य और खुशहाल जीवन जी सकते हैं। संस्था के नियमों के अनुसार, 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने के बाद बच्चों को आफ्टर केयर कार्यक्रम के तहत भेजा जाता है, लेकिन यदि पहले ही उन्हें एक स्थायी परिवार मिल जाए, तो यह उनके जीवन में सफलता और स्थिरता का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। सहज समागम फाउंडेशन की यह पहल सामाजिक सुधार की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है, जो यह सिद्ध करता है कि प्रशासनिक बाधाओं से अधिक महत्वपूर्ण बच्चों का हित होता है। यह पहल अन्य परिवारों को भी अनाथ बच्चों को अपनाने और उन्हें एक उज्जवल भविष्य देने के लिए प्रेरित करेगी।