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रिपोर्टर संजय जैन बड़ोद आगर मालवा
हरनावदा भूमि घोटाला: मास्टरमाइंड पटवारी सस्पेंड, अब पुलिस करेगी जांच
बड़ौद। ग्राम हरनावदा में हुए बहुचर्चित भूमि फर्जीवाड़े में बड़ा एक्शन लिया गया है। कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पटवारी मोनिका पचौरी को निलंबित कर दिया है। प्रशासन के इस कदम के बाद अब पुलिस भी मामले की आपराधिक जांच शुरू करेगी।
मामला कैसे पहुंचा कार्रवाई तक?
ग्राम हरनावदा में सर्वे क्रमांक 1739 की भूमि को लेकर फर्जी रजिस्ट्री और रिकॉर्ड में हेरफेर का यह मामला सामने आया था, जिसमें पटवारी और दलालों की मिलीभगत उजागर हुई थी। एसडीएम के स्पष्ट आदेश के बावजूद पटवारी द्वारा खसरा रिकॉर्ड में कई बार हेरफेर किया गया, जिससे लाखों की जमीन का फर्जी लेन-देन हुआ।
पुलिस के रडार पर अन्य आरोपी
पटवारी मोनिका पचौरी की भूमिका संदेह के घेरे में आने के बाद प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए उन्हें निलंबित कर दिया। वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए अब पुलिस भी जांच में शामिल हो रही है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस इस घोटाले से जुड़े अन्य आरोपियों—फर्जी रजिस्ट्री करने वाले और दलालों—पर भी कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
जल्द होंगे और खुलासे
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, पुलिस जांच में इस घोटाले से जुड़े अन्य प्रभावशाली लोगों की भूमिका भी उजागर हो सकती है। यह भी संभावना जताई जा रही है कि इस मामले में कुछ अन्य अधिकारियों की संलिप्तता हो सकती है, जिन पर जल्द ही गाज गिर सकती है।
जब इस संबंध में पटवारी मोनिका पचौरी से चर्चा की गई और मामले के बारे में जानना चाहा तो उनके द्वारा बताया गया कि मुझे इस बारे में कुछ पता नहीं है आप वरिष्ठ अधिकारी से जानकारी ले।
क्या कह रहा है प्रशासन?
*कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ने स्पष्ट किया कि हरनावदा भूमि घोटाले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस भी मामले की जांच करेगी। उन्होंने कहा, “जांच पूरी निष्पक्षता से की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।”*
अब देखना यह होगा कि इस जांच में और कौन-कौन बेनकाब होते हैं और प्रशासन घोटाले के अन्य आरोपियों पर कब तक शिकंजा कसता है।