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नीमच / श्री जगन्नाथ जी रथ यात्रा समिति नीमच के तत्वावधान में जगन्नाथ पुरी उड़ीसा की जैसे नीमच में भी 7जुलाई रविवार को जगन्नाथ रथ यात्रा महोत्सव जनप्रतिनिधियों ,जिला प्रशासन, एवं जन सहयोग से समाज जनों द्वारा अपार उत्साह के साथ मनाया गया।, कार्यक्रम में
रथयात्रा समिति संयोजक राजेंद्र गर्ग पप्पी सर, संरक्षक शिवनारायण गर्ग , ओपी मंत्री, सुरेश चंद्र अजमेरा, संतोष चोपड़ा , ओम प्रकाश बंसल स्वतंत्र रोड लाइंस, शैलेंद्र गर्ग, सुरेश चंद्र अजमेरा, कमल गर्ग, मधुसूदन खंडेलवाल, राकेश भारद्वाज, प्रहलाद राय गर्ग, राजेश फरक्या, संतोष खंडूजा, दिलीप शर्मा एडवोकेट, मनोहर अर्जनानी, राजेश जायसवाल, जितेंद्र सोनी, हरभजन सिंह सलूजा ,मोहनलाल सैनी धन्नालाल पटेल ,रामप्रसाद चौधरी, राजेंद्र नरेडी सुनील काबरा कन्हैयालाल शर्मा, प्रकाश चंद्र गर्ग जेवी, मुरली मंडोवरा ,गणेश खंडेलवाल, अर्जुन जायसवाल, शैलेश जोशी, नवीन गट्टानी आदि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे । श्रद्धालु भक्तों ने दिव्य दर्शन एवं धर्म लाभ का पुण्य गृहण किया
। श्री जगन्नाथ जी रथ यात्रा समिति नीमच के संयोजक राजेंद्र गर्ग पप्पी सर ने बताया कि 12वर्षों से यात्रा का आयोजन हो रहा है। सनातन धर्म के 19 समाजों की सहभागिता रही। 400 सक्रिय सदस्य सहयोग प्रदान किया। 400 अन्य सदस्य भी अप्रत्यक्ष रूप से सहयोगी बने । जगन्नाथ पुरी उड़ीसा की तरह नीमच में शाम 5 बजे तिलक मार्ग स्थित श्री राम जी मंदिर से 14 दिन बीमार होम क्वारंटाइन रहने के बाद भगवान जगन्नाथ जी ने भक्तों के कष्ट सहन कर मंदिर के पट बंद हो जाने के बाद भगवान जगन्नाथ जीअपने भक्तों को दर्शन देने हेतु रथ पर सवार होकर भगवान श्री कृष्ण जी, बलदेव जी की बहन सुभद्रा जी के आकर्षक प्रतिमा के साथ अपने भक्तों के बीच फूलों से श्रृंगार के साथ दर्शन देने हेतु शहर की सड़कों पर निकलें। रथ यात्रा में
दीदी मां साध्वी ऋतंभरा जी की कृपा पात्र शिष्या साध्वी समाहिता दीदी वृंदावन मथुरा सहित
कई साधु-संतों का मार्गदर्शन सानिध्य एवं आशीर्वाद
मिला। यात्रा रात्रि9 बजे श्री अग्रसेन वाटिका नीमच पर आरती के साथ विश्राम हुई।
मायापुर का सुंदरबनी के कारीगर द्वारा पोशाक बनाने के बाद पहली बार सतरंगी सिर्फ वृंदावन से मंगवाया गया था । नए रथ पर सवार होकर भगवान जगन्नाथ जी दिव्य दर्शन के लिए निकलें ।रथ यात्रा में आकर्षण का केंद्र जगन्नाथ जी का रथ पर भगवान श्री कृष्ण जी बलदेव जी सुभद्रा जी नए रथ पर सवार आकर्षक प्रतिमा बैंड बाजे ढोल के साथ रथ को श्रद्धालु भक्तों द्वारा रस्सी से खींचा गया । रथ का फूलों से श्रृंगार , विद्युत चालित मनमोहक झांकियां, कच्छी घोड़ी,लेझम पार्टी,झंकार मजीरा पार्टी,
उज्जैन के ताशा पार्टी, अघोरी बारात,
नासिक के ढोल, शिवपुराण , बालाजी आर्ट के मुकेश माली द्वारा तैयार की गई राधा कृष्ण,रास लीला, हनुमान जी द्वारा सीता जी को मुद्रिका भेंट, यशोदा मैया द्वारा छाछ बिलोना की स्वचालित झांकियां आदि भी प्रमुख आकर्षण का केंद्र रही। यात्रा आकर्षक दुधिया रोशनी से जगमगा रही थी।परम भगवान जगन्नाथ जीअपने दर्शन लाभ देने हेतु निकले तो नीमच शहर में शांति सुख समृद्धि का अनुभव हुआ। अग्रवाल समाज के नरसिंह मंदिर को मौसी का घर बनाया गया । भगवान जलपान करने के बाद भक्तों को दर्शन हेतु आगे बढ़ें। रथ यात्रा श्री राम मंदिर जाजू बिल्डिंग तिलक मार्ग श्री राम चौक गोपाल मंदिर नरसिंह मंदिर बारादरी चौराहा, फव्वारा चौक , सब्जी मंडी चौराहा,
कमल चौक , भारत माता चौक, पुस्तक बाजार होते हुए अग्रसेन वाटिका पर आरती के बाद विसर्जित हुई। आरती के बाद प्रसाद वितरण हुआ। रथ यात्रा में अग्रवाल स्वर्णकार, माहेश्वरी , खंडेलवाल , सकल ब्राह्मण, पोरवाल , पूज्य सिंधी पंचायत ,पंजाबी , पाटीदार ,जायसवाल , सिख, फुल माली सैनी , विश्व हिंदू परिषद ,बजरंग दल, पाटीदार, साहू तेली , सेन , आर्य , यादव , राजपूत , जाटव , घाणीवार तेली , माली , चौरसिया , धाकड़ ,गुजर आंजना ,प्रजापति , समाज धोबी समाज एवं समस्त धार्मिक संगठन धार्मिक अनुषांगिक संगठन एवं समस्त सनातन धर्म सर्वजन सर्व समाज जन सहित 19 समाजों के सहयोग से निकाली गई। बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त धार्मिक यात्रा में सहभागी बने और सामाजिक एकता प्रेम सद्भाव प्रदर्शित किया।
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भगवान जगन्नाथ जी रथ का मार्ग में अग्रवाल समाज नीमच,वस्त्र व्यवसाय कल्याण समिति, जिला मंडल, सकल ब्राह्मण कल्याण समिति
पदाधिकारीयों द्वारा आरती एवं पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।
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सामाजिक एकता के बिना राष्ट्र का विकास नहीं हो सकता- साध्वी समाहिता जी,
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नरसिंहमंदिर पर अपने संबोधन में साध्वी समाहिता श्री जी ने कहा कि सर्व वर्गों में सामाजिक एकता के बिना राष्ट्र का विकास नहीं हो सकता है। मालवा की लाल माटी की पावन धरा क्रांतिकारी शहीदों की भूमि रही है यहां पर सनातन धर्म की एकता देखकर बहुत प्रसन्नता हुई।
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