संवाददाता अखिलेश विश्वकर्मा का रिपोर्ट गढ़वा
गढ़वा :से
गढ़वा जिले के भंडरिया थाना क्षेत्र के मंजरी गांव की 22 वर्षीय अमृता कुमारी को प्रेमी प्रमोद चौरसिया से सात फेरे लेने का सपना देखना भारी पड़ गय। क्योंकि उसके प्रेमी ने न केवल उसे धोखा दिया बल्कि पत्थर से सिर कुचल -कुचलकर अमृता की निर्मम हत्या कर दी।
आज इसका खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडे ने बतलाया कि गढ़वा जिले के भंडरिया थाना में विगत 19 फरवरी को मंजरी गांव की मंगन सिंह की 22 वर्षीय पुत्री अमृता कुमारी का शव का कंकाल एक झाड़ी से बरामद हुआ था । शव में शिर के अलावा सिर्फ आसपास उसके कपड़े एवं चप्पल के अलावा ऐसा कुछ नहीं था, जिससे उसकी पहचान हो सके। मगर परिजनों ने अमृता के कपड़े तथा चप्पल की पहचान कर उसे पहचान किया था।
पुलिस ने जब इस मामले का अनुसंधान शुरू किया तो पुलिस को पता चला की अमृता मेदिनी नगर पलामू में चैनपुर थाना क्षेत्र के लिधकी गांव के प्रमोद चौरसिया के साथ काम करती थी। इसी दौरान प्रमोद तथा अमृता के बीच प्यार हो गया। लगभग 2 वर्षों से दोनों के बीच प्यार का चक्कर चल रहा था। अमृता ने प्रमोद पर सात फेरे लेने का दबाव बनाते हुए अपना जीवन उसके साथ बिताने की जब बात करने लगी तो प्रमोद को नागवार गुजरा ,लिहाजा प्रमोद ने घटना के दिन अमृता के सिर को पत्थर से कुचल -कुचलकर उसकी निर्मम हत्या कर दी तथा खुद फरार हो गया।
दरअसल इसका खुलासा पुलिस ने तकनीकी एवं मानवीय आधार पर अनुसंधान कर किया तो उसे पता चला की अमृता की हत्या के पीछे प्रमोद के साथ उसका प्रेम प्रासंग ही प्रमुख कारण है।लिहाजा पुलिस ने आज पलामू जिले के चैनपुर से प्रमोद चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया तो गिरफ्तारी के बाद प्रमोद ने पुलिस के सामने पूरे मामले का खुलासा कर दिया है। दरअसल यह मामला पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी क्योंकि अमृता का शव जिस झाड़ी से बरामद किया हुआ था वहां उसके सिर के अलावा कुछ और पुलिस के हाथ नहीं लगे थे
,क्योंकि जानवर उसके शरीर के मांस को कंकाल को छोड़कर खा चुके थे। ऐसे में पुलिस ने घटना को चुनौती पूर्ण लेते हुए आज उद्भेदन कर दिया है, तथा प्रमोद की गिरफ्तारी भी हो चुका है। पुलिस अमृता का डीएनए टेस्ट भी करना चाहती है ताकि प्रमोद को न्यायालय से सजा दिलाई जा सके। इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस अधीक्षक गढ़वा के निर्देश पर रंका के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रोहित रंजन सिंह भंडारिया के थाना प्रभारी चंदन कुमार तथा उनके सहयोगी पुलिस कर्मियों ने प्रमुख भूमिका निभाई है, तभी यह इस मामले का उद्वेदन हो पाया है।