
कुशीनगर जिले के हाटा नगर पालिका क्षेत्र में नेशनल हाईवे-28 पर अवैध रूप से संचालित हो रहे ऑटो स्टैंड ने आमजन की परेशानी बढ़ा दी है। हाईवे किनारे दिनभर ऑटो-रिक्शा और टैक्सियों की कतारें लगी रहती हैं, जिससे आए दिन जाम की स्थिति बन रही है और सड़क दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, सवारी भरने की होड़ में चालक बीच सड़क पर ही वाहन रोक देते हैं। इससे न केवल यातायात बाधित होता है, बल्कि राहगीरों, दुकानदारों, स्कूली बच्चों और मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। नागरिकों का कहना है कि शायद ही कोई सप्ताह ऐसा गुजरता हो जब इस स्थान पर कोई दुर्घटना न होती हो।
हैरत की बात यह है कि हाटा नगर में लाखों रुपये की लागत से टैक्सी स्टैंड का निर्माण कराया गया है। नगर पालिका द्वारा ऑटो व टैक्सी चालकों से नियमित रूप से स्टैंड शुल्क भी वसूला जा रहा है, इसके बावजूद अधिकांश चालक निर्धारित टैक्सी स्टैंड का उपयोग करने के बजाय नेशनल हाईवे को ही अस्थायी स्टैंड बनाए हुए हैं। खाली वाहन भी सड़क किनारे खड़े रहते हैं, जिससे समस्या और गंभीर हो जाती है।
नगरवासियों ने इस पूरे मामले में प्रशासनिक उदासीनता का आरोप लगाया है। जब नगर पालिका परिषद की अधिशासी अधिकारी (ईओ) मीनू सिंह से संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो उनका फोन रिसीव नहीं हुआ। वहीं नेशनल हाईवे के साइड इंजीनियर ने भी फोन नहीं उठाया, जिससे लोगों में नाराजगी बढ़ गई है।
इस संबंध में स्थानीय पुलिस चौकी प्रभारी रूपेंद्र पाल सिंह ने बताया कि गलत स्थानों पर खड़े ऑटो और टैक्सियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए स्थानों को चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर चालान और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अब देखना यह है कि प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई से हाटा नगरवासियों को इस अव्यवस्था से कब राहत मिलती है।













