
छत्तीसगढ़ शासन की संस्कृति विभाग के निर्देशानुसार जिला प्रशासन द्वारा आज जनपद पंचायत गौरेला के सभा कक्ष में आपात काल की 50वीं वर्षगांठ पर संविधान हत्या दिवस मनाया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री समीरा पैकरा, उपाध्यक्ष राजा उपेन्द्र बहादुर सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुरेन्द्र प्रसाद वैद्य सहित अनेक जनप्रतिनिधियों ने आपात काल के दौरान मीसा के तहत जेल गए स्वतंत्रता सेनानियों और लोकतंत्र रक्षकों को साल एवं श्रीफल प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया। सम्मान पाने वाले मीसा बंदियों के परिजनों में श्रीमती रोजमेरी मसीह, श्री कोमलचंद जैन, श्री शिवकुमार सोनी, श्रीमती भागवती देवी एवं श्रीमती गायत्री ताम्रकार शामिल थे। संविधान हत्या दिवस पर आपात काल के दौरान घटित घटनाओं पर आधारित फोटो प्रदर्शनी और फिल्म प्रदर्शन का भी आयोजन किया गया। साथ ही आपात काल पर परिचर्चा किया गया।
जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री समीरा पैकरा, अध्यक्ष नगरपालिका परिषद गौरेला श्री मुकेश दुबे, गणमान्य नागरिक श्री राकेश चतुर्वेदी एवं श्री लालजी यादव ने आपात काल के दौरान घटी घटनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि तत्कालीन सरकार ने पद लोलुप्ता एवं राजनीति से प्रेरित होकर संविधान की हत्या करते हुए 25 जून 1975 को आपात काल लगाया, जिससे विषम परिस्थिति निर्मित हुई। लोगों की मौलिक अधिकारों का हनन हुआ और प्रेस की आजादी छीन ली गई। आपात काल का वह दौर काफी भयावह था। लोगों को काफी यातनाएं झेलनी पड़ी और जेल भी जाना पड़ा। जिला पंचायत सीईओ श्री वैद्य ने कहा कि इस तरह की पुनरावृत्ति नहीं हो, उसी को याद करने के लिए यह आयोजन किया गया है। इस अवसर पर नव पदस्थ जनपद सीईओ गौरेला श्रीमती शुभा दामोदर मिश्रा, जनपद अध्यक्ष श्री शिवनाथ बघेल, जिला पंचायत सदस्य श्री भंवर सिंह गोवास एवं श्री पवन पैकरा, गणमान्य नागरिक बृजलाल राठौर, ज्ञानेन्द्र उपाध्याय, कुलदीप सिंह, लूसन राठौर, कामता यादव, राजू श्याम, नरेन्द्र शुक्ला, उदल राम, मुकेश प्रसाद, मिथलेश कुमार, शोभा सिंह आदि उपस्थित थे।