
महिला सशक्तिकरण पर जागरूकता शिविर
📝🎯खरगोन से अनिल बिलवे की रिपोर्ट…
मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के तत्वाधान में प्रधान जिला न्यायाधीश अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मण्डलेश्वर श्री अखिलेश जोशी के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मण्डलेश्वर द्वारा महिला सशक्तिकरण पर एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया। शिविर में महिला एवं बाल विकास विभाग के महेश्वर और मंडलेश्वर सेक्टर की पर्यवेक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं शामिल हुई। शिविर को संबोधित करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं वरिष्ठ खंड न्यायाधीश सुश्री प्रीति जैन ने कहा कि किसी भी महिला का सशक्तिकरण तभी पूरा होता है जब उसे आर्थिक सामाजिक राजनीतिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाया दिया जाये।
एक महिला जब सशक्त हो जाती है तो वह अपने परिवार और समाज के साथ एक सशक्त राष्ट्र के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। किसी भी महिला को अत्याचार सहन नहीं करना चाहिए उसकी शिकायत अवश्य करना चाहिए। महिला यदि अपने साथ हुई किसी अप्रिय घटना की शिकायत लिखवाने थाने पर जाती है और वहां उसकी शिकायत नहीं लिखी जाती है तो वह महिला पुलिस अधीक्षक को आवेदन दे सकती है। यदि उसकी शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है तो महिला सीधे कोर्ट पहुंचकर परिवाद दायर करवा सकती है। इसके लिए आर्थिक समस्या बाधक नहीं हो सकती है। विधिक सेवा के माध्यम से महिलाओं को मुफ्त कानूनी सलाह और सहायता दी जाती है। उसे वकील की फीस के साथ ही कोर्ट के पेपर वर्क के लिए आर्थिक सहायता भी विधिक सेवा द्वारा उपलब्ध कराई जाती है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की लीगल एड डिफेंस असिस्टेंट निशा कौशल ने विधिक सेवा कैसे प्राप्त करे उसकी जानकारी दी। साथ ही एसिड अटैक और मानसिक रोगियों के लिए विधिक सहायता की जानकारी भी प्रदान की।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की मंडलेश्वर सेक्टर की पर्यवेक्षक श्रीमती शकुंतला भंवर, महेश्वर सेक्टर की पर्यवेक्षक श्रीमती शिल्पा लाड, महेश्वर की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अर्चना दुबे, शारदा रनसोरे, निर्मला पाटीदार, मंडलेश्वर की अंबिका गोयल, सुनीता पांड,े रजनी पांडे, वंदना केवट, मीनाक्षी शर्मा, अनीता खेड़े, कमला खांडेकर, शांति कानुडे, माया मंडलोई, सरिता यादव सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रही।