
मेजा, प्रयागराज (प्रभांशु द्विवेदी)
महाशिव रात्रि के पवन अवसर पर महाकुंभ अपने चरम सीमा पर पहुंचा है। 144 साल बाद बने इस अदभुद संयोग का साक्षी बनाने के लिए करोड़ों श्रद्धालु संगम तट पर उमड़ पड़े है। मां गंगा, जमुना और अदृश्य सरस्वती के पवन संगम में रोज सवा करोड़ से ज्यादा श्रधालु डुबकी लगा कर शांति और मोक्ष की कामना कर रहे है। 10 दिनों से बढ़ रहे इस आस्था के महाजवार को देखते हुवे स्वास्थ्य और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है।
महाशिवरात्रि पर 66 करोड़ पार कर जाए गा आंकड़ा
महा कुंभ में अब तक 64 करोड़ से अधिक श्रधालु पवित्र स्नान के सहभागी हो चुके है। इसे देखते हुवे महाशिवरात्रि के पवन पर्व पर यह आंकड़ा 66 करोड़ के पर होने की संभावना है। सनातन धर्मावलंबी जितनी बड़ी संख्या में यहां पहुंचे है, उतने पूरी दुनियां में आज तक कही दूसरी जगह एक साथ एकत्र नहीं देखे गए है। गंगा स्नान करने वाले का आंकड़ा सात बार दो करोड़ के पर जा चुका है।