पुलिस अधीक्षक उज्जैन के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर-पश्चिम) श्री गुरुप्रसाद पाराशर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्री नितेश, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री भारत सिंह यादव, के मार्गदर्शन में थाना घटिया पुलिस को अंधे कत्ल का 12 घंटे में खुलासा करने में सफलता प्राप्त हुई है।
घटना का विवरण
दिनांक 23.05.24 को थाना घटिया जिला उज्जैन पर सुबह 08:50 बजे सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम बिछडौद में सुलिया रोड पर नाले के पास लखन राठौर मृत अवस्था में पड़ा है। उक्त सूचना पर पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुँच कर पडताल आरंभ की। मौके पर मृतक के भाई राहुल राठौर की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध 0/24 धारा 302 भादवि का कायम कर विवेचना प्रारंभ की गयी।
पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही–
परिजनों से पूछताछ में पता चला कि मृतक ब्याज पर रूपये के लेनदेन का काम करता था तथा मृतक के घर के पास रहने वाले जितेन्द्र उर्फ कालू बैरागी से मृतक लखन राठौर का पैसे का लेनदेन था इसी आधार पर जितेन्द्र बैरागी को संदेही मानते हुये विवेचना को आगे बढ़ाया गया। तकनीकि साक्ष्यों के आधार पर प्रकरण में 02 अन्य संदेही सुमित पिता संतोष बोडना तथा राजकुमार उर्फ राजु पिता सुरेश मारू की घटना में संलिप्तता पायी गयी। सख्त और साक्ष्य आधारित पूछताछ पर तीनो आरोपियों के द्वारा अपना जुर्म स्वीकार किया गया।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि मृतक लखन राठौर ने आरोपी जितेन्द्र बैरागी को कुछ दिन पूर्व लगभग 2.5 लाख रूपये उधार दिए थे। मृतक लखन के द्वारा आरोपी जितेन्द्र से उधार दिए गए 2.5 लाख रूपये चुकाने की मांग की जा रही थी। इस बात पर आरोपी जितेन्द्र द्वारा अपने दो साथियों सुमित तथा राजकुमार के साथ मिलकर मृतक की हत्या की साजिश की, घटना दिनांक को रात्रि के लगभग 09:00 बजे के आसपास आरोपी जितेन्द्र ने अपने दोनों साथियों को बाईक से घटनास्थल पर छोडा तथा इसके बाद आरोपी जितेन्द्र बैरागी मृतक लखन राठौर को उसके घर से कुछ दूरी पर पैसे के लेनदेन की बात करने का कहकर बाईक पर बिठाकर घटनास्थल तक लेकर आया। बाद में घटनास्थल पर तीनो आरोपियों ने मृतक के गले में रस्सी का फंदा डालकर व सिर में गंभीर चोट पहुचाकर हत्या कारित कर दी।