झासी के पूछ थाना क्षेत्र में 6 माह पहले तोड़ी गई दुकानों के बाद बेरोजगार हो चुका अधेड़ परिवार का भरण-पोषण करने मे परेशान हो रहा था, बीते दिन वह अपने खेत पर फसल देखने गया था, ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल देखकर किसान सदमा खा गया और लौटकर घर आया, देर रात्रि अपने कमरे में फांसी के फंदे पर झूलकर परेशान किसान ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली, जिससे परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है,दरअसल आपको बता दे कि पूरा मामला पूछ थाना इलाके का है, जहां गंदा नाला के पास नहर पट्टी पर बनी दुकानों में जनरल स्टोर की दुकान खोलकर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाला 50 वर्षीय राममोहन की करीब 6 माह पहले प्रशासन ने दुकानो को धराशाई कर दिया था, तभी से राम मोहन परेशान रहता था, जैसे तैसे करके उसने फसल को बोया था, बीते दिन वह अपने खेत पर फसल देखने गया तो बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से बर्बाद फसल देखकर वह सदमा खा गया, लौटकर शाम को घर वापस पहुंचा और अपने कमरे में सोने चला गया, सुबह जब परिजनों ने देखा कि कमरे का दरवाजा बंद है और नहीं खुला, आवाज लगाने पर भी जब कोई जवाब नहीं मिला, तो परिजन परेशान हो उठे पड़ोसी भी पहुंचे, बमुश्किल दरवाजा तोड़कर जब अंदर देखा तो सभी के पैरों तले जमीन खिसक गई, क्योंकि राम मोहन फांसी के फंदे पर झूल रहा था, परिजनों ने आनन-फानन में उसे नीचे उतारा और मोठ ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया, जहां चिकित्सको ने चैकअप के बाद राम मोहन को मृत्य घोषित कर दिया, मौके पर पहुंची पुलिस शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज जांच में जुट गई,
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