भौतिक संसाधनो के लिए अनावश्यक तनाव नहीं लें, दूसरों की निस्वार्थ मदद कर जीवन को आनंद मय जीयें उक्त विचार 08 अप्रैल को मप्र राज्य आनंद संस्थान अल्पविराम कार्यक्रम प्रधान पाठक शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में आनंद विभाग के सत्र के दौरान डाईट प्राचार्य श्रीमती रश्मि मेहता ने व्यक्त किए। जिला समन्वयक श्री केबी मंसारे ने आनंद संस्थान का परिचय दिया। सत्र शुरूआत में स्वयं के आनंद और तनाव मुक्त जीवन जीने तथा सकारात्मक सोच के साथ कार्य करने के लिए विधियों से परिचित कराया।
जिला समन्वयक श्री मंसारे ने बताया कि अल्प विराम, आनंद उत्सव, आनंद सभा, आनंदम शिविर, आनंदम केंद्र, आनंद क्लब गठन की जानकारी दी। शांत समय से स्वयं अनुभव कराया गया। मनोरंजक गतिविधियों से प्रतिभागियों ने महसूस किया कि मानव में अहं, नफरत, लालच, बुराई, जलन के भाव, भ्रष्टाचार, क्रोध से जीवन तनावमय रहता है। खुद का खुद से संपर्क करें। छोटी छोटी निस्वार्थ मदद से आनंद महसूस होता है। यही जीवन का आनंद है। इस अवसर पर रमेश चंद्र त्रिवेदी, श्रद्धा पंडित, अजय पारीख, रमेश चक्रवर्ती का सहयोग रहा।