
*महा प्रबंधक उत्तर मध्य रेल उपेंद्र चंद्र जोशी के झांसी आगमन पर नॉर्थ सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज संघ के झांसी मंडल सचिव रामकुमार सिंह द्वारा इक्कीस सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया* ।
1. झांसी मंडल के कार्मिक विभाग की लचर कार्य प्रणाली का दुष्परिणाम रेल कर्मियों को भुगतना पड़ रहा है जिसका ताजा उदाहरण है कि रेलवे बोर्ड द्वारा सभी विभागीय परीक्षाओं को निरस्त करते हुए बोर्ड द्वारा नए सिरे से करने के आदेश के कारण लोको रनिंग संवर्ग से मुख्य लोको निरीक्षक, इंजीनियरिंग संवर्ग से जूनियर इंजीनियर एवं वाणिज्य संवर्ग से सी सी टी सी इत्यादि की चयन प्रक्रिया बाधित होने से कर्मचारियों में भारी आक्रोश एवं असंतोष है।
2. मंडल रेल प्रबंधक झांसी में कार्मिक विभाग के विभिन्न अनुभवों में लगभग डेढ़ सौ लिपिक व कार्यालय अधीक्षक कार्यरत हैं वह उनकी अतिरिक्त कर्मचारी कल्याण निरीक्षक निरंतर मंडल में कार्यरत लगभग 15000 कर्मचारियों के वेतन संबंधी कार्य के साथ कदर का कार्य भी निष्पादित कर रहे हैं उनके साथ अतिरिक्त कार्यों में शिकायतों व अन्य प्रकार के कार्यों का निस्तारण करते हैं वहीं कल्याण निरीक्षक भी कर्मचारी के कार्यों को शीघ्र साम्यवादी में निस्तारित करने के लिए प्रयास व्रत रहते हैं जबकि इसके विपरीत वर्तमान कर्मचारियों के अनुपात में इनको केवल आधे कंप्यूटर सिस्टम ही वितरित किए गए हैं और प्रिंटर तो इनके अनुपात में इससे भी काम है जिससे कर्मचारियों को कार्य करने में सुविधा होती है।
3. टिकट चेकिंग संवर्ग में महिलाओं की संख्या दिनों दिन निरंतर बढ़ रही है लेकिन झांसी मंडल की महिला टिकट चेकिंग कमी गाड़ियों में कार्य करके जब विश्राम कक्ष में पहुंचती हैं तो महिलाओं की रुकने की अलग से व्यवस्था न होने के कारण बहुत दुविधा एवं असुविधा का सामना करना पड़ता है अतः इटारसी खजुराहो गुना बांदा शिव की में महिलाओं के लिए अलग से विश्राम कक्ष की व्यवस्था कराए जाने का अनुरोध है।
4. मंडल रेल चिकित्सालय झांसी में भर्ती मरीज के लिए जो पलंग है वह सभी कंडोम करने योग्य हैं संघ की मांग है कि उच्च कोटि के एडजेस्टेबल चिकित्सकीय पलंग उपलब्ध कराए जाएं ताकि मरीजों को अतिरिक्त पीड़ा न झेलना पड़े।
5. झांसी मंडल के कार्यरत एवं सेवानिवृत कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों को हृदय रोग, कैंसर, किडनी फेलियर, तंत्रिका तंत्र संबंधी ऐसी बीमारियां जिनका उपचार मंडल रेल चिकित्सालय झांसी में उपलब्ध नहीं है, बीमारी के उच्च कोटि के उपचार के लिए रेलवे से अनुबंधित चिकित्सालयों में भेजा जाता है और मरीज के आधे उपचार के दौरान अनुबंधित चिकित्सालय द्वारा उपचार करने से यह कहकर मना कर दिया जाता है कि रेलवे के द्वारा हमारा करोड़ों रुपए का भुगतान नहीं किया गया है इसलिए यदि आप उपचार करना चाहते हैं तो नगद राशि भुगतान करें अन्यथा अपने मरीज को अन्यत्र ले जाएं ऐसी जटिल परिस्थिति में मरीज एवं उनके परिजन बदहवास होकर मारे मारे फिरते हैं।
6. मंडल रेल चिकित्सालय झांसी में मरीजों को उपचार के लिए जो दवाएं अस्पताल में उपलब्ध नहीं रहती हैं उनको लोकल परचेज करने के लिए मंडल रेलवे चिकित्सालय झांसी का अनुबंध समाप्त हो जाने के कारण लोकल परचेज की दवाएं आगरा से मंगाई जा रही हैं इससे कम से कम 5 दिन का समय खराब होता है एवं इस दौरान मरीज को स्वयं के खर्चे पर बाहर से दवा खरीद कर लेनी पड़ती है।
7. ग्वालियर परिक्षेत्र में लगभग 3000 कर्मचारी एवं उनके परिजन तथा लगभग इतनी संख्या में सेवानिवृत्ति कर्मचारी निवास करते हैं संघ की मांग है कि ग्वालियर हेल्थ यूनिट को उन्नत कर 50 पलंग वाला चिकित्सालय तैयार किया जाए एवं ग्वालियर हेल्थ यूनिट में होने वाली सीमित जांचों के अतिरिक्त गंभीर बीमारियों (सीटी स्कैन, एमआरआई ,अल्ट्रा सोनोग्राफी, थायराइड इत्यादि) जांचों के लिए उन्नत पैथोलॉजी का अनुबंध किया जाए।
8. लोको रनिंग संवर्ग में एक और प्रशासन द्वारा निरंतर काउंसलिंग कराई जाती है की मन को शांत रखकर कार्य करें वहीं दूसरी ओर झांसी में अधिकारी की कमी के कारण पूरा रनिंग स्टाफ अपनी छुट्टियों को लेकर तनावग्रस्त रहता है यहां तक की सहायक लोको पायलट को स्वयं के विवाह के लिए भी छुट्टी स्वीकृत नहीं होने पर किस मानसिक तनाव से गुजरना पड़ता है यह बहुत ही चिंतनीय है।
9. दिनांक 31.12.2015 को झांसी मंडल में पदोन्नत लोको पायलट की वेतन विसंगति को दूर करते हुए वरिष्ठ लोको पायलट का कनिष्ठ लोको पायलट से नियमानुसार प्रोफार्मा वेतन निर्धारण कर की जाने वाली कटौती बंद की जाए।
10. लोको रनिंग एवं ट्रैक मेंटेनर कैटेगरी में महिला रेल कर्मियों के कदर परिवर्तन की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए।
11. उत्तर मध्य रेलवे के कर्मचारियों को यातायात प्रशिक्षण एवं पनश्चर्या पाठ्यक्रमों के लिए उत्तर मध्य रेल का जोनल प्रशिक्षण केंद्र झांसी में बनाया जाए।
12. विद्युत लोको शेड झांसी में वर्तमान में 266 लोको की यार्डस्टिक के अनुसार कुल 855 कर्मचारी होना चाहिए जबकि अभी कुल 590 कर्मचारी कार्यरत हैं शेष 265 रिक्त पदों को अविलंब भरा जाए।
13. डीजल लोको शेड एक लोको शेड एवं वर्कशॉप के कर्मचारियों को डीजल लोको शेड के सामने बने समपार फाटक संख्या 367 ब्रांच लाइन एवं मेन लाइईन बंद होने के कारण ड्यूटी आने-जाने में असुविधा होती है डीजल लोको शेड के सामने बने समपार फाटक के ऊपर से ओवर ब्रिज बनवाने की व्यवस्था करने का अनुरोध है।
14. झांसी मंडल के सभी खंडों में ट्रैक मेंटेनर को भोजन अवकाश में भोजन एवं आराम करने के लिए टूल कम रेस्ट रूम का निर्माण करवाया जाए जिसमें शौचालय की भी सुविधा उपलब्ध हो।
15. झांसी मंडल में इंजीनियरिंग विभाग के 2400 ग्रेड पे और 2800 ग्रेड पे के ट्रैक मेंटेनर को रेलवे रेलवे बोर्ड के नियम अनुसार चाबीदार और मेट का कार्य करवाया जाए जबकि मंडल में 2400 ग्रेड पे और 2800 ग्रेड पे के ट्रैक मेंटेनर का उपयोग कार्यालय में बाबू की तरह, बंगले में चपरासी की तरह एवं ट्रॉली मैन की जगह उपयोग किया जा रहा है और 1800 ग्रेड पे के ट्रैक मेंटेनर को चाबी मां की जगह उपयोग किया जाता है जो कि गलत है।
16. झांसी मंडल के समस्त कैटेगरी में इंटर डिवीजन एवं इंटर रेलवे ऑन रिक्वेस्ट ट्रांसफर को रिजेक्ट ना किया जाए एवं पारस्परिक स्थानांतरण आदेश जारी होने के उपरांत कर्मचारियों को रेलवे बोर्ड के द्वारा जारी निर्देशों का अनुपालन करते हुए तत्काल रिलीव कराया जाए।
17. रेल स्प्रिंग कारखाना सिथौली में ग्रुप इंसेंटिव बोनस स्कीम लागू की जाए।
18. रेल स्प्रिंग कारखाना सिथौली में वर्ष 2025/ 2026 में 50 से अधिक कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति है, संघ की मांग है कि कारखाने को सुचारू रूप से चलाने के लिए नये तकनीकी कर्मचारियों की भर्ती की जाए।
19. रेल स्प्रिंग कारखाना सिथौली में आवासीय कॉलोनी जर्जर हालत में है। रेल स्प्रिंग कारखाना सिथौली के कर्मचारियों के लिए ग्वालियर स्थित रेलवे कॉलोनी में आवास कोटा सुनिश्चित किया जाए।
20. इकहरी लाइन से दोहरी लाइन तथा दोहरी लाइन से तीसरी लाइन वाले खंड में रेलवे का इंफ्रास्ट्रक्चर तथा गाड़ियों की संख्या में निरंतर बढ़ोत्तरी हो रही है लेकिन उस अनुपात में परिचालन, इंजीनियरिंग, कर्षण वितरण, सिग्नल एवं टेलीकॉम इत्यादि विभाग के कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोत्तरी नहीं की जा रही है जिससे कर्मचारी दबाव एवं तनाव में कार्य कर रहे हैं, शीघ्रातिशीघ्र पदों को बढ़ाया जाए एवं रिक्तियां भरी जाएं।
21. झांसी मंडल में अप्रैल 2022 को आयोजित कर्मयोगी प्रशिक्षण में शामिल कर्मचारियों को ता का भुगतान आज तक नहीं हुआ है।
एनसीआर इस के प्रतिनिधि मंडल में गौरव श्रीवास्तव, विवेक चड्ढा,एस के सिंह,महेंद्र सेन , नरेंद्र त्रिपाठी, मनोज बघेल, अशोक त्रिपाठी ,सुभाष चंद्र बोस, गजेंद्र साहू इत्यादि शामिल रहे।
मनीष दुबे झांसी की रिपोर्ट _9555017708