
महिलाओं को अवसर देकर देखिए वे हर क्षेत्र में अपनी क्षमता और कौशल से राष्ट्र का नाम रोशन करेंगीःसांसद श्री फग्गन सिंह कुलस्ते
महिला दिवस का दिन महिलाओं की प्रगति का उत्साहवर्धन करने का दिन हैःविधायक श्री ओमप्रकाश धुर्वे
महिलाएं समाज का स्टील फ्रेमवर्क हैः कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या
अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम का हुआ आयोजन
डिंडौरी : 08 मार्च, 2025
सांसद श्री फग्गन सिंह कुलस्ते की मुख्य आतिथ्य में जिला स्तरीय अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम कलेक्ट्रेट खेल परिसर में आयोजित किया गया। उक्त कार्यक्रम में शहपुरा विधायक श्री ओमप्रकाश धुर्वे, डिंडौरी विधायक श्री ओमकार मरकाम, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री रूद्रेश परस्ते, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री चमरू सिंह नेताम, श्री राजेन्द्र पाठक, श्री गिरीश द्विवेदी, श्री कैलाश चंद जैन, श्री अशोक अवधिया, श्री दुलीचंद उरैती, डॉ. सुनील जैन, श्री नरेन्द्र सिंह राजपूत, श्री अवधराज बिलैया, श्री आशीष वैश्य, श्री जयसिंह मरावी सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। मातृशक्ति के रूप में नगर परिषद अध्यक्ष श्रीमती सुनीता सारस, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती अंजू ब्यौहार, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती ज्याति प्रकाश धुर्वे, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती हीरा रूद्रेश परस्ते, जनपद पंचायत अध्यक्ष डिंडौरी श्रीमती आशा धुर्वे, नगर परिषद उपाध्यक्ष श्रीमती सारिका नायक, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती रामकिशोरी ठाकुर, जनपद पंचायत सदस्य श्रीमती कीर्ति गुप्ता, श्रीमती रूपाली जैन सहित अन्य महिला जनप्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन की ओर से कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या, पुलिस अधीक्षक श्रीमती वाहनी सिंह, एसडीएम डिंडौरी सुश्री भारती मेरावी, महिला बाल विकास अधिकारी श्री श्याम सिंगौर सहित अन्य अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
सांसद श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए अपने संबोधन में कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका देखी जा रही है, स्थानीय प्रशासन में सरकार द्वारा 50 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को दिया गया है जिससे निर्णय करने में महिलाएं अपनी भूमिकाएं निभा रहीं है। 1975 से महिला दिवस का आयोजन किया जा रहा है। आज फाइटर प्लेन, सहित अन्य उपकरणों को महिलाएं चला रहीं हैं बहनों की ताकत पर प्रश्न चिन्ह नहीं लगाया जा सकता। महिलाओं की भागीदारी सभी क्षेत्रों में बराबर है। अपने संबोधन में सांसद श्री कुलस्ते ने वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, पूर्व लोकसभा स्पीकर श्रीमती सुमित्रा महाजन, दिल्ली की सीएम श्रीमती रेखा गुप्ता, लहरी बाई सहित अन्य क्षेत्रों में ख्याति प्राप्त महिलाओं के राष्ट्र के प्रति योगदान का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अवसर देकर देखिए वे हर क्षेत्र में अपनी क्षमता और कौशल से राष्ट्र का नाम रोशन करके दिखाएंगी। मातृशक्ति की क्षमता को चुनौती नहीं दी जा सकती, उनके ही योगदान से एक बेहतर समाज का निर्माण होता है। सभी महिलाएं स्वयं में निहित ऊर्जा का उपयोग कर मिलकर विकास कार्य में अपनी योगदान दें।
शहपुरा विधायक श्री ओमप्रकाश धुर्वे ने अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं का सम्मान करना वेद पुराणों में वर्णित है, वेदों में लिखा गया है कि जहां महिलाओं की पूजा होती है वहीं देवताओं का वास होता है। घर के सभी निर्णयों में महिलाओं की भूमिका अग्रणी है, जहां महिला का सम्मान होता है वही परिवार सुखी परिवार है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने महिला सशक्तिकरण के लिए जो प्रयास किए हैं वह उत्साह देने वाले हैं। महिला दिवस का दिन महिलाओं की प्रगति का उत्साहवर्धन करने का दिन है, यह दिन विशेष क्षेत्र में महिलाओं को सम्मनित करने का दिन है। आज शासन की योजनाओं से महिलाओं की भूमिका हर क्षेत्र में बडी है। उन्होंने अपने संबोधन में महिला आरक्षण, सेना में महिलाओं की भूमिका, लाडली बहना, लाडली लक्ष्मी योजना सहित अन्य योजनाओं का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि महिला दिवस पर सभी महिलाओं के प्रति सम्मान और आभार प्रकट करें, यह मातृशक्ति का दिन है।
डिंडौरी विधायक श्री ओमकार मरकाम ने महिला दिवस को शक्ति दिवस की संज्ञा देते हुए कहा कि हमें महिला शक्ति को नमन करना चाहिए। भारत देश को मां के रूप में पूजा जाता है, मातृशक्ति ही विश्व की सबसे बडी शक्ति है।
कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या ने अपने संबोधन में कहा कि मातृशक्ति को समाज का आधार बताते हुए कहा कि मां के द्वारा ही अच्छे संस्कारों से समाज का निर्माण होता है, महिलाएं समाज का स्टील फ्रेमवर्क है।
पुलिस अधीक्षक श्रीमती वाहनी सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि हर दिन महिलाओं का दिन है, महिला वह धुरी है जिससे विश्व का संचालन होता है, महिला और पुरूष में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है, महिलाएं स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनें।
कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं के अधिकार के बारे में बताया गया। साथ ही विभागीय प्रदर्शनी का अवलोकन समस्त गणमान्य अतिथियों के द्वारा किया गया। अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर उपस्थित महिलाओं को शॉल और श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।
कुपोषण को दूर करने के लिए पोषक आहार का किया वितरण
डॉ. सुनील जैन ने अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कुपोषण को दूर करने के लिए बनाए गए पोषक आहार के बारे में बताया। उक्त पोषक आहार में आर्युवेदिक घटकों का उपयोग बच्चों के शारीरिक, मानसिक और रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करने के लिए किया गया है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथियों के द्वारा बच्चों को पोषक आहार का वितरण कर स्वस्थ रहने का संदेश दिया गया।