जनपद कुशीनगर के नगर पंचायत सुकरौली में हो रहे धांधली की लिखित जानकारी के बाद जिलाधिकारी द्वारा गठित त्रिस्तरी टीम द्वारा जांच प्रक्रिया में विलंब होने पर नगर पंचायत सुकरौली के सभासदों ने डीएम कार्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सोपा।
नगर पंचायत सुकरौली के वार्ड नंबर 11 आजाद नगर सभासद प्रतिनिधि द्वारा 29- 1-2024 को जिलाधिकारी से नगर पंचायत सुकरौली में हो रहे धांधली की लिखित शिकायत की गई थी जिसको संज्ञान में लेते हुए डीएम द्वारा जांच के लिए त्रिस्तरी टीम गठित करके एक हफ्ते के अंदर जांच कर रिपोर्ट लगाने का आदेश दिया गया था।
सभासद प्रतिनिधि सुरेश यादव ने जिलाधिकारी को दिए गए ज्ञापन में उल्लेख किया है कि की डीएम के आदेश के बाद भी अभी तक कोई जांच नहीं किया गया जो मेरी जानकारी में है। अगर किया गया है तो जांच रिपोर्ट की एक छाया प्रति हमको भी उपलब्ध कराई जानी चाहिए। उन्होंने नगर पंचायत पर आरोप लगाया है कि नगर पंचायत सुकरौली में बिना टेंडर के गुणवत्ता विहीन कार्य धरल्ले से कराया जा रहा है। सभासदों ने इस भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा कर कराए गए कार्यों की गुणवत्ता की जांच कराने की मांग की।
आपको बता दे की नगर पंचायत सुकरौली के नगर अध्यक्ष, ईओ और सभासदों में कार्यों की अनियमितता को लेकर तना-तनी रहती है। एक दूसरे पर लोग आरोप प्रत्यारोप करते रहते हैं। इसी बीच विकास कार्यों को लेकर सभासदों द्वारा नगर पंचायत कार्यालय में ताला भी मारा गया था। जिसको नायब तहसीलदार द्वारा समझा बुझा कर खुलवाया गया।
जिला अधिकारी कार्यालय पर पहुंचे वार्ड नंबर 10 गांधीनगर के सभासद संजीव यादव ने कहा कि हमारे नगर पंचायत के विकास कार्यों में जो मटेरियल लगता है वह अध्यक्ष के ही कश्यप बिल्डिंग मटेरियल से खरीदा जाता है। वार्ड नंबर 14 महाराणा प्रताप नगर में प्राइमरी पाठशाला बढ़या खास पर बिना टेंडर के ही मरम्मत कार्य कर दिया गया। इतना ही नहीं खरंजा में जो ईंट लगता है वह अध्यक्ष के भट्टे से ही आता है। खरंजा सड़क निर्माण में बहुत ही घटिया ईंट का प्रयोग किया जा रहा है। हमारे नगर पंचायत में बहुत ही अनियमितता है। जिसको लेकर हम लोग जिला अधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपे है। ताकि जिलाधिकारी द्वारा जांच कर भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सके।