नीमच | जिले के सभी नगरीय निकाय, स्थानीय निकाय पंचायतें एवं राजस्व अधिकारी सार्वजनिक जल स्त्रोंतों, तालाबों, कुओं, बावडियों, नदी, नालों से अवैध अतिक्रमण को चिन्हित कर हटवाए। जल गंगा संर्वधन अभियान के तहत जल स्त्रोतों की साफ-सफाई, गहरीकरण के कार्य प्राथमिकता से करवाएं और इन कार्यो में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता भी प्राप्त करें। यह निर्देश कलेक्टर दिनेश जैन ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जल गंगा संवर्धन अभियान की प्रगति की समीक्षा करते हुए सभी संबंधित अधिकारियों को दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ गुरूप्रसाद, एडीएम लक्ष्मी गामड, सभी एसडीएम, जनपद सीईओ एवं जिला अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर जैन ने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत कुओं, बावडियों व नालों की साफ-सफाई का कार्य निरंतर होना चाहिए। प्रत्येक ग्राम पंचायतों में तालाबों व अन्य जल संरचनाओं से मिट्टी निकालने का कार्य करवाया जावे। हर ग्राम पंचायत में अंकुर उपवन के तहत 200 पौधे रौपे जाएंगे।
कलेक्टर ने जल गंगा संवर्धन अभियान से संबंधित दीवार लेखन का कार्य करवाने के निर्देश सभी जनपद सीईओं और सीएमओ को दिए। जिला पंचायत सीईओ गुरूप्रसाद ने जल गंगा संवर्धन अभियान की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की व अब तक की प्रगति से अवगत कराया। बैठक में कलेक्टर जैन द्वारा 18 से 20 जून तक जिले में आयोजित होने वाले स्कूल चले हम अभियान के तहत प्रवेशोत्सव कार्यक्रम की तैयारियों की भी विस्तार से समीक्षा की।