
रिपोर्टर भोपाल प्रवीण कुमार दुबे

- भारत में भगोड़ा करार दिए गए हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को 14 अप्रैल को बेल्जियम में गिरफ़्तार कर लिया गया. इसके बाद से उनके प्रत्यर्पण यानी उन्हें बेल्जियम से भारत लाने की चर्चा तेज है.
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पत्रकारों को बताया था कि भारत के ही प्रत्यर्पण के आग्रह पर मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ़्तार किया गया.
उन्होंने बताया था, “हम उनके (मेहुल चोकसी) प्रत्यर्पण के लिए बेल्जियम के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि उन पर देश में मुकदमा चलाया जा सके.”
भारत को मेहुल चोकसी के अलावा, नीरव मोदी, ललित मोदी, विजय माल्या और नितिन संदेसरा के प्रत्यर्पण का इंतज़ार है, जिन पर हज़ारों करोड़ रुपये की हेराफेरी के आरोप हैं.
लेकिन क्या इन्हें भारत लाना इतना आसान है और प्रत्यर्पण की क़ानूनी प्रक्रिया कितनी जटिल है, इस स्टोरी में हम यहां यही समझने की कोशिश करेंगे.