
पहलगाम की आतंकवादी घटना के विरोध में खंडवा के वकीलों ने काली पट्टी बांधकर प्रधानमंत्री राष्ट्रपति के नाम सोंपा झापन,
खंडवा ।। कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना को लेकर खंडवा के अधिवक्ताओं ने आतंकियों को पकड़कर कड़ी से कड़ी सजा देने को लेकर विरोध एवं काली पट्टी बांधकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर अंशु जावला को देश के प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सोंपा, समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि पहलगाम की आतंकवादी घटना का विरोध पूरे देश में हो रहा है अधिवक्ताओं ने भी घटना के विरोध स्वरूप ज्ञापन सौप कर देश के प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति से आतंकवाद को जड मूल से नष्ट कर देने हेतु आतंकवादियों पर कठोर कार्रवाई हो, धर्म के आधार पर निर्दोष भारतीय नागरिकों की हत्या करने के आतंकवादी घटना से देश दुखी और स्तब्ध है इसके विरोध में आज खंडवा के अधिवक्ताओं ने काली पट्टी बांधकर पाकिस्तान और पाकिस्तान परस्त आतंकवाद का कड़ा विरोध कर निंदा और भर्त्सना की। अधिवक्ता देवेंद्र सिंह यादव ने बताया कि कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर भारत माता की जय, वंदे मातरम पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाकर आतंकवादी घटना में मारे गए सभी निर्दोष 26 हिंदुओं को विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए डिप्टी कलेक्टर अंशु जवाला को देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जी के नाम ज्ञापन सौपकर आतंकवाद को जड़ मूल से नष्ट कर देने हेतु पाकिस्तान पर कठोर सैनिक कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन का वाचन संघ के पूर्व अध्यक्ष मोहन गंगराड़े ने किया। अधिवक्ता देवेंद्र सिंह यादव ने सभी अधिवक्ताओं को काली पट्टी लगाते हुए कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में जिस प्रकार से कश्मीर में अमन चैन लौटा है और आतंकवाद लगभग खत्म हुआ है, इससे पाकिस्तान और भारत विरोधी शक्तियों में बड़ी बेचैनी सी है और वह भारत के महाशक्ति बनने की दिशा में बढ़ते कदमो से भी घबराए हुए हैं, इसीलिए अब पाकिस्तान अपने आतंकवादियों के द्वारा धर्म आधारित आतंकवाद फैलाने का साहसिक प्रयास कर रहा है। इस अवसर पर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष रविंद्र पाथरिकर, उपाध्यक्ष राजेंद्र ठाकुर सचिव अभिषेक सोहनी, देवेन्द्र सिंह यादव,अरुण दुबे, राकेश थापक, प्रणय गुप्ता,शशांक गांवशिंदे,रंजन जैनी, मनोज तंवर, संतोष गौर, अभिषेक मालाकार, पुष्पा गौर, मनोज फूलमाली सुजान सिंह राठौड़ अश्विनी भाटे, गौरव अग्रवाल, विजय मालाकार, राजेश पटेल,जुगल किशोर महेश्वरी आनंद सोहनी ओ पी चौरे, पंकज महाले,डी डी आसवानी, सुंदर राजपूत, सम्पत पाँचोरे सहित बड़ी संख्या में अधिवक्तागण आक्रोशित और उपस्थित थे।