आदर्श आचार संहिता को ठेंगा दिखाकर थाने के भीतर धरना प्रदर्शन कर रहे दबंग बालू माफिया
- झाँसी जनपद में सत्ताधारी खनन माफिया आदर्श आचार संहिता के नियमों को पैरों तले रोंद रहे हैं, अवैध खनन की खबर कवरेज करने गए पत्रकारों के साथ मारपीट और लूट करने के बाद अब उन्हीं के खिलाफ झूठा मुकदमा लिखवाने के लिए थाने के भीतर बैठकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, पुलिस भी इतनी लाचार है कि उनकी चार दीवारों में बैठकर कुछ दबंग अवैध खनन कारोबारी आदर्श आचार संहिता के नियमों को पलीता लगा रहे हैं, और वह मूकदर्शक बनकर सब देख रहे हैं, बता दें कि कुछ पत्रकारों को गत रात्रि एरच थाना क्षेत्र में अवैध खनन की सूचना मिली, उन्होंने अवैध कार्यों का खुलासा करना अपना कर्तव्य समझा और निडरता का परिचय देते हुए रात में ही खबर कवरेज करने घाट पर पहुंचे, जहां सत्ता और काले कामों के नशे में चूर घाट संचालकों तथा उनके पाले हुए गुंडो ने तीन पत्रकारों के साथ मारपीट करते हुए उनकी गाड़ी तोड़ दी, उनके पैसे और सोने की चैन लूट ली, मारपीट में वह अत्यधिक गंभीर घायल हुए, सुबह होते ही उक्त मामले में तहरीर के आधार पर पुलिस ने लूट समेत कई धाराओं में दबंगों के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया, सत्ताधारियों ने बालू घाट पर काम कर रहे एक व्यक्ति को आगे किया और निडर, निर्भीक और सत्यनिष्ठ पत्रकारों के विरुद्ध झूठा मुकदमा दर्ज करवाने की साजिश रची, उन्होंने निराधार तथ्यों पर आधारित एससी-एसटी लिखित शिकायत पत्र पुलिस को दिया। बृहस्पतिवार रात करीब 9:00 बजे सभी दबंग बालू माफिया एकत्रित हुए और उन्होंने एरच थाने का घेराव कर लिया, जैसे ही खाद्दरधारी नेताओं का इशारा मिला वह थाने के भीतर नारे लगाते हुए दाखिल हुए और पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया, एकत्रित दर्जनों बालू के चोर नारेबाजी करते हुए पुलिस के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने लगे, गौरतलब है कि जनपद में धारा 144 लागू है, जिसमें कोई भी धरना प्रदर्शन नहीं कर सकता, ऐसे में खनन माफिया नारेबाजी के साथ धरना प्रदर्शन करते हुए पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं, वहीं आदर्श आचार संहिता की धाराओं को दरकिनार करते हुए दबंगई दिखा रहे हैं, फिलहाल एरच थाना प्रभारी मामले में कुछ भी साफ जवाब देने से मुकर गए, देखना होगा इन अवैध खनन कारोबारियों के खिलाफ कार्यवाही होती है या सत्ता की हनक में पुलिस अपने घुटने टेक देगी।