रिपोर्ट समीर गुप्ता पठानकोट पंजाब — इस वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर पंजाब में राजनीतिक हलचल बढ़ी हुई है। सभी दलों में सीटों को लेकर माथापच्ची जारी है। राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार है और फिलहाल मुख्य मुकाबला कांग्रेस और आप के बीच होता हुआ दिखाई दे रहा है। शिरोमणि अकाली दल और भाजपा में गठबंधन होने पर स्थिति में बदलाव हो सकता है। अभी तक किसी भी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर पंजाब में अपने उम्मीदवारों का ऐलान नही किया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि आम आदमी पार्टी द्वारा गुरु नगरी श्री अमृतसर या बार्डर बैल्ट गुरदासपुर से मौजूदा आप विधायक और पूर्व आईपीएस अधिकारी कुंवर विजय प्रताप सिंह को टिकट दिया जा सकता है। जब राज्य में आप की सरकार बनी थी तो माना जा रहा था कि कुंवर विजय प्रताप को केबिनेट में शामिल किया जाएगा और गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी उन्हें दी जाएगी परन्तु उन्हें मौका नही दिया गया, फिलहाल वे विधायक ही हैं। मेरा आंकलन है कि कुंवर विजय प्रताप सिंह ने बतौर पुलिस अधिकारी रहते हुए पंजाब में और खासकर जिला अमृतसर बार्डर बैल्ट में बेहतरीन काम किया था। आमजन के बीच उनकी छवि बहुत उच्च श्रेणी की है, गौरतलब है कि विपक्षी दल भी उनकी ईमानदारी के कायल हैं। अगर उन्हें आप द्वारा अमृतसर बार्डर बैल्ट से टिकट दिया जाता है तो निश्चित तौर पर इसका असर कहीं न कहीं साथ लगते लोकसभा हलकों पर भी आम आदमी पार्टी के पक्ष में पड़ेगा।