
संवाददाता अखिलेश विश्वकर्मा का रिपोर्ट
श्री बंशीधर नगर से
अनुमंडल मुख्यालय स्थित राजा पहाड़ी शिव मंदिर गढ़वा जिला के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है. महाशिवरात्रि को लेकर यहां विशेष तैयारी हो रही है.
महाशिवरात्रि जैसे प्रमुख अवसरों पर काफी संख्या में श्रद्धालु राजा पहाड़ी पर भक्ति भाव के साथ प्रकृति का आनंद लेने पहुंचते हैं. राजा पहाड़ी के ऊंची चोटी पर भगवान शिव के साथ शिव मंदिर निर्माण समिति द्वारा गुफा में मां दुर्गा व हनुमान की प्रतिमा स्थापित
राजा पहाड़ी मंदिर.
की गयी है. वर्ष भर आते हैं श्रद्धालु : मंदिर के पुजारी गोपाल पाठक ने बताया कि शुरू में राजा पहाड़ी पर संसाधनों का अभाव था. लेकिन मंदिर निर्माण
समिति के सार्थक प्रयास से पहाड़ी पर आवश्यक संसाधन उपलब्ध हो गये हैं. अब पहाड़ी पर शादी व
देवघर की तर्ज पर है माता पार्वती का मंदिर
मंदिर निर्माण समिति के सचिव नंदलाल प्रसाद के अनुसार पहाड़ी मंदिर पर देवधर की तर्ज पर माता पार्वती मंदिर का निर्माण कराया गया है. साथ ही बच्चों के लिए चिल्ड्रन पार्क निर्माण का कार्य चल रहा है. कोलकाता से आये कारीगर गौतम पांडा ने डायनासोर, भारत माता का मानचित्र, कमल का फूल, बहता हुआ नवकमल का फूल बनाया है, जो बहुत ही आकर्षक लगता है.
पहाड़ी तक जाने की है व्यवस्था
यह मंदिर अनुमंडल मुख्यालय से लगभग तीन किलोमीटर दूर है. यहां पहुंचने के लिए श्री बंशीधर नगर से ऑटो बुक करा कर आया जा सकता है. वैसे ज्यादातर लोग यहां निजी वाहन से ही आते हैं. पहले ऊंची पहाड़ी पर वाहन को जाने की व्यवस्था नहीं थी. लेकिन अब पहाड़ की चोटी तक चौड़ी सड़क बन गयी है. बाहर के लोग श्री बंशीधर नगर में रात को ठहर सकते हैं. रात को बंशीधर नगर में रुकने के लिए अब कई होटल बन गये हैं. विशेष अवसर पर पहाड़ी पर पुलिस बल भी तैनात रहता है.
मांगलिक कार्य भी होने लगे हैं. खासकर महाशिवरात्रि के दिन राजा पहाड़ी मंदिर स्थित शिवलिंग के
दर्शन करने के लिए राज्य के हर कोने से श्रद्धालु आते हैं. यहां लगने वाला सावन मेला बहुत प्रसिद्ध है.
इस समय राजा पहाड़ी मंदिर के मुख्य द्वार को सजाने का काम चल रहा