मथुरा। धार्मिक स्थलों पर कभी ई रिक्शा को श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए बेहतर विकल्प माना गया था। समय के साथ लगातार बढ़ती ई ई रिक्शा की संख्या अब अपने आप में समस्या बन गई है। वृंदावन से गोवर्धन तक इस समस्या के समाधान की मांग स्थानीय लोग उठा रहे हैं। गोवर्धन में तो हालत यह है कि परिक्रमा मार्ग में ई रिक्शा स्टैंड तक नहीं है, और चालक इन्हें सड़क पर ही आडा तिरछा खडा कर देते हैं। इस समस्या के आगे गोवर्धन में नगर पंचायत और पुलिस प्रशासन बेबस नजर आ रहा है। गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण द्वारा परिक्रमा में मात्र 400 ई रिक्शा चलाने की अनुमति मथुरा प्रशासन को दी गई थी मथुरा प्रशासन द्वारा 400 ई रिक्शाओ का रूट निर्धारित करते हुए ई रिक्शा पास बनाए गए थे लेकिन आज के हालात ऐसे हैं की गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में करीब दो हजार से ऊपर ई रिक्शा संचालित हैं। ई रिक्शा संचालकों की मनमानी का रवैया इस कदर है कि ई रिक्शा संचालक मन चाहे अपना स्टैंड बना लेते हैं और अपने ई रिक्शा को खड़ा तिरछा खडा कर देते हैं। गोवर्धन में सप्तकोसीय गिरिराज की परिक्रमा के लिए देश विदेश से श्रद्धालु आते हैं। किराये को लेकर भी आये दिन चिकचिक होती देखी जा सकती है। परिक्रमा मार्ग में कहीं भी ई रिक्शा खड़ा करने की परमिशन नहीं है। न तो इसपर अभी तक नगर पंचायत द्वारा कोई संज्ञान लिया गया है और ना ही पुलिस द्वारा आज तक कोई भी कार्यवाही की गई है
राजकुमार गुप्ता
जिला संवाददाता मथुरा