ताज़ा ख़बरेंमध्यप्रदेश

देवझिरी जैन तीर्थ पर मुनिराज श्री पुष्पेन्द्र विजयजी एवं श्री जीतचन्द्र विजयजी मसा का मंगल आगमन, गुरू सप्तमी को लेकर मोहनखेड़ा तीर्थ पर सजेगा आध्यात्मिक संगम

न्यूज़ रिपोर्टर= भव्य जैन

झाबुआ। वर्तमान आचार्य श्रीमद् हितेषचन्द्र विजयजी मसा की आज्ञानुवर्ती ज्ञानप्रेमी मुनिराज श्री पुष्पेन्द्र विजयजी मसा ‘पराग’ एवं मालवा रत्न मुनिराज श्री जीतचन्द्र विजयजी मसा आदि ठाणा-3 का 15 दिसंबर, सोमवार को किशनपुरी स्थित श्री गौड़ी पार्श्वनाथ जैन तीर्थ से विहार कर देवझिरी स्थित श्री माणिभद्र आदिनाथ जैन मंदिर पर मंगल आगमन हुआ।

 

मुनिराजद्वय ने श्री आदिनाथ भगवान के दर्शन कर चैत्यवंदन एवं गुरूवंदन किया। इसके पश्चात उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं को मांगलिक श्रवण करवाई गई। मुनिराज श्री पुष्पेन्द्र विजयजी मसा ने अपने प्रवचन में नित्य पूजन-पाठ, दर्शन-वंदन एवं गुरू कृपा से जीवन में आने वाले आध्यात्मिक लाभों पर प्रकाश डाला।

 

श्वेतांबर जैन श्री संघ के मीडिया प्रभारी रिंकू रूनवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि मुनिराजद्वय का देवझिरी जैन मंदिर पर सायं 6.30 बजे आगमन हुआ, जहां श्री माणिभद्र आदिनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष निर्मल मेहता के नेतृत्व में समाजजनों द्वारा भावभीनी आगवानी की गई। इस अवसर पर मनोहरलाल भंडारी, प्रकाश कटारिया, दाहोद श्री संघ से नैनेश्वर शाह एवं दिप्ती शाह, युवा रिंकू रूनवाल, यतिन्द्र राठौर, शुभम कोठारी, वरुण सकलेचा, विकास कोठारी, गुरूभक्त कन्हैया पटेल, किशोर भावसार सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।

 

कालीदेवी की ओर किया विहार

मुनिराजद्वय ने देवझिरी जैन तीर्थ पर रात्रि विश्राम उपरांत 16 दिसंबर, मंगलवार अलसुबह विहार कर कालीदेवी की ओर प्रस्थान किया। ग्राम भूराडाबरा स्थित गौशाला में जीव सेवा की गई, जहां रात्रि विश्राम रहेगा। 17 दिसंबर, बुधवार को मोहनखेड़ा जैन तीर्थ के लिए प्रस्थान किया जाएगा।

 

उल्लेखनीय है कि 17 दिसंबर को मोहनखेड़ा तीर्थ पर आचार्य श्री हितेषचन्द्र विजयजी मसा का भी मंगल प्रवेश होगा। आगामी 27 दिसंबर को गुरू सप्तमी पर्व के अवसर पर मोहनखेड़ा तीर्थ पर आचार्य, मुनिराज एवं साधु-साध्वी भगवंतों के आगमन से भव्य आध्यात्मिक वातावरण निर्मित होगा।

Show More
Back to top button
error: Content is protected !!