

रिपोर्टर = भव्य जैन
झाबुआ। अगर आप भी रोज़ाना चाय या कॉफी पेपर कप में पीते हैं तो सावधान हो जाइए। पेपर कप देखने में भले ही सुरक्षित और साफ लगते हों, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इनमें चाय पीना शरीर के लिए गंभीर रूप से नुकसानदायक हो सकता है।
आजकल कैफे, ऑफिस, रेलवे स्टेशन और सड़क किनारे लगे टी स्टॉल पर पेपर कप का इस्तेमाल तेजी से बढ़ गया है। बड़ी संख्या में लोग प्लास्टिक से बचने के लिए इन्हीं कपों को चुनते हैं, लेकिन वे इस बात से अनजान रहते हैं कि पेपर कप भी शरीर में ज़हर घोल सकते हैं।
पेपर कप कैसे बनते हैं
दरअसल, पेपर कप को लीक-प्रूफ बनाने के लिए इनमें प्लास्टिक या मोम की एक पतली परत (कोटिंग) चढ़ाई जाती है। जब इसमें गर्म चाय या कॉफी डाली जाती है तो यह परत पिघलने लगती है और उसके रासायनिक तत्व (केमिकल्स) चाय में घुल जाते हैं। ये केमिकल्स शरीर में जाकर धीमे ज़हर की तरह असर डालते हैं।
पेपर कप में चाय पीने के नुकसान
1. पेपर कप में गर्म पेय पदार्थ लेने से केमिकल्स पेट में चले जाते हैं, जिससे अपच, गैस और डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
2. इन कपों से निकलने वाले टॉक्सिन्स शरीर में जमा होकर अंगों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
3. पाचन तंत्र और किडनी पर इनका सीधा बुरा असर पड़ सकता है।
4. इनमें मौजूद रसायन हार्मोन असंतुलन और मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकते हैं।
विशेषज्ञों की सलाह
विशेषज्ञों का कहना है कि पेपर कप में गर्म चाय या कॉफी लेने से बचना चाहिए। इसके स्थान पर स्टील, कांच या मिट्टी के कप का उपयोग करना सेहत के लिए कहीं अधिक सुरक्षित है।












