
कलेक्टर श्री गुप्ता ने शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली
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सभी विद्यार्थियों को “कोडिंग” की ऑनलाइन ट्रेनिंग दिलाएं ,शिक्षक अपने घरों और स्कूलों की छतों पर रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाएं
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खण्डवा//कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में उपस्थित हाई स्कूल व हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्यों को निर्देश दिए कि अपने-अपने घरों तथा स्कूल भवनों की पक्की छतों पर रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाए उन्होंने यह कार्य समय सीमा में पूर्ण करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि वर्षा के पानी की एक भी बूंद व्यर्थ न बहे, बल्कि वर्षा का पानी रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के माध्यम से भूजल संवर्धन के उपयोग में आए। इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होंगे। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी श्री पी एस सोलंकी सहित विभिन्न हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों के प्राचार्य भी मौजूद थे। कलेक्टर श्री गुप्ता ने बैठक में कहा कि सभी प्राचार्यों को प्रथम चरण में शासकीय व अशासकीय स्कूल भवनों की पक्की छतों पर रूफवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाना है। द्वितीय चरण में शिक्षकों व प्राचार्यों के पक्के मकानों की पक्की छत पर भी 31 दिसंबर तक रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगवाना है। ताकि वर्षा के पानी की एक-एक बूंद जमीन में समाकर भूजल स्तर को बढ़ाए। कलेक्टर श्री गुप्ता ने बैठक में अनुपस्थित प्राचार्यों के विरूद्ध कारण बताओ नोटिस जारी करने तथा वेतन काटने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिए।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने इस दौरान प्राचार्यों से कहा कि “कोडिंग फॉर एवरी वन” कार्यक्रम के तहत अपने अपने स्कूलों के सभी विद्यार्थियों का कोडिंग क्लासेस के लिए पंजीयन कराएं। उन्होंने कहा कि कोडिंग संबंधी यह प्रशिक्षण शासकीय एवं प्राइवेट स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए पूर्णतः निःशुल्क है। इस सुविधा का सभी विद्यार्थी लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज के जमाने में डिग्री से अधिक स्किल जरूरी है। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी स्कूलों में एक-एक शिक्षक को नोडल शिक्षक के रूप में नामांकित करें और उसे शिक्षक को भी कोडिंग संबंधी प्रशिक्षण भी दिलाएं, ताकि वह विद्यार्थियों को कोडिंग संबंधी मार्गदर्शन दे सके। कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि कोडिंग प्रशिक्षण में अच्छा परफॉर्म करने वाले 50 बच्चों को “कोडिंग किट” गिफ्ट में दी जाएगी। उन्होंने कोडिंग क्लासेस में शामिल होने वाले विद्यार्थियों से कहा कि वे डाउट क्लासेस भी अटेंड करें, ताकि जो समझ में ना आए उसे फिर से स्पष्ट समझ सकें। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन नवाचार के रूप में कक्षा 9वीं से 12वीं के विद्यार्थियों को “कोड योगी” संस्थान के सहयोग से स्कूली शिक्षा के साथ-साथ “कोडिंग” संबंधी प्रशिक्षण भी दिला रहा है। बैठक में निःशुल्क पुस्तक वितरण योजना, निःशुल्क गणवेश वितरण योजना, की समीक्षा भी कलेक्टर श्री गुप्ता ने की।