
बीती ३ मई को ऑडियो में नौकरी के नाम पर मांगी गई 1 लाख 70 हजार रुपए की रिश्वत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। अर्चना फाउंडेशन की आंगनवाड़ी कार्यकत्री अर्चना पाल ने डीएम से शिकायत कर ऑडियो कांड की हकीकत बताई है।
सुपरवाइजर कामनी पाल और सीडीपीओ प्रीति पर लगाए गंभीर आरोप
आंगनवाड़ी कार्यकत्री अर्चना पाल जो बदनपुर ग्राम में आंगनवाड़ी कार्यकत्री के पद पर तैनात है, ने जिलाधिकारी महोदय को दिए प्रार्थना पत्र में बताया है की सीडीपीओ प्रीति ने डीपीओ बनने के लिए फर्जी रिश्वत कॉल की साजिश रची थी, आंगनवाड़ी कार्यकत्री बताया की सुपरवाइजर कामनी पाल और सीडीपीओ प्रीति मेरे केंद्र पर आई और मुझसे कहा की तुम्हारा मानदेय बहुत दिनों से रुका हुआ है, मै तुम्हारा मानदेय दिला दूंगी अगर तुम मेरी शर्त के हिसाब से काम करोगी क्योंकि मैडम ही डी पी ओ कुछ दिन में बनने वाली वाली है, यदि तुम ऐसा नहीं करोगी तो मै तुम्हारी सेवा समाप्त करा दूंगी, सुपरवाइजर कामनी और सीडीपीओ प्रीति ने तभी पतरा ग्राम में तैनात सुदामा का नंबर देकर 1 लाख 70 हजार रूपये की रिश्वत मांगने को कहा, वहीँ पैसे ऊपर तक के लोगो के पास जाते हैं की भी बात कही। आंगनवाड़ी कार्यकत्री अर्चना पाल ने डीएम को दिए प्रार्थना पत्र में माफ़ी मांगते हुए कहा मेरा उद्देस्य रिश्वत मांगने का नहीं बल्कि मेरा रुका हुआ मानदेय का था , जिसके लिए मुझे सुपरवाइजर कामनी और सीडीपीओ प्रीति ने मजबूर किया था।
कार्यकत्री अर्चना पाल ने डीएम को दिया प्रार्थना पत्र