
बहराइच। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय की बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पूरी शिद्दत के साथ बगैर ठहरे कार्य करने की नसीहत करते हुए कहा कि दौड़ने में कछुआ खरगोश के आगे कही नहीं ठहरता लेकिन अपने जुनून और निरन्तरता के सहारे आखिरकार जीत कछुए की होती है। डीएम ने कहाकि निरन्तरता और प्रतिबद्धता के साथ किये गये कार्य का जब परिणाम सामने आता है तो दुनिया देखती रह जाती है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का आहवान किया निरन्तरता के साथ कार्य कर आकांक्षी जनपदवासियों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएं।
परिवार नियोजन कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया गया कि जन्म, मृत्यु पंजीकरण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया गया कि समय से प्रत्येक बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र जारी किया जाय एवं नेपाल बार्डर के 10 कि.मी के दायरे में स्थित ग्रामो में बने जन्म प्रमाण पत्र का सत्यापन किया जाय। परिवार नियोजन कार्यक्रम की समीक्षा में अच्छी प्रगति पर सन्तोष व्यक्त करते हुए निरन्तर परिवार नियोजन के साधनों को गुणवत्तापूर्ण रूप से लाभार्थियों को पहुंचाया जाय। असफल नसबन्दी केस में पयागपुर एवं विशेश्वरगंज की संख्या मानक के अनुसार न होने पर अत्यन्त नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित चिकित्सक एवं स्टाफ के प्रति प्रशासनिक कार्यवाही का आदेश दिया।
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में गोल्डेन कार्ड की कम प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही एवं प्रतिदिन 50 कार्ड ब्लाकों में बनाने निर्देश दिया। आशा कार्यक्रम की समीक्षा में निर्देशित किया कि प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 25 ऐसी आशाको की सूची प्रस्तुत करे जिनके द्वारा वर्ष में सबसे कम संस्थागत प्रसव कराया है जिससे उनके खिलाफ कार्यवाही की जा सके। हेल्थ एटीएम की क्रियाशीलता के सम्बंध में मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा बताया गया कि जांच स्ट्रीप न होने से जांच प्रभावित है डीएम ने निर्देशित किया आरकेएस फण्ड से जांच स्ट्रीप क्रय कर सभी मशीने क्रियाशील किया जाय।
डीएम ने निर्देश दिया कि हीटवेव के दृष्टिगत प्रत्येक चिकित्सालय में आवश्यक दवाएं, कोल्ड रूम, वाटर कूलर, लू से बचाव हेतु प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाय। साथ ही बर्न वार्ड में एसी की व्यवस्था की जाय। एनसीडी कार्यक्रम के अन्तर्गत 30 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों की शुगर, ब्लडप्रेशर एवं कैंसर की स्क्रीनिंग में अत्यन्त कम प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रत्येक सीएचओ के कार्य की समीक्षा करने एवं कड़ी कार्यवाही का निर्देश दिया। अन्धता निवारण कार्यक्रम के अन्तर्गत मोतियाबिन्द आपरेशन में राजकीय चिकित्सालयों द्वारा मात्र 08 प्रतिशत की उपलब्धि पर अप्रसन्ता व्यक्त करते हुए प्रगति में सुधार एवं सम्बन्धित नेत्र सर्जन के प्रति प्रशासनिक कार्यवाही का निर्देश दिया गया। डीएम ने सीएमओ को निर्देश दिया कि समस्त सीएचसी व पीएचसी को सोलर सिस्टम से आच्छादित किया जाय ताकि विद्युत पर निर्भरता कम हो सके।
बैठक के अन्त में सिविल सेवा क्षेत्र में प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री पुरस्कार से सम्मानित होने पर सीएमओ व अन्य अधिकारियों ने स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिलाधिकारी मोनिका रानी व मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र को भगवान बुद्ध की प्रतिमा भेंट कर सम्मानित किया गया। डीएम ने आयुष्मान योजना, टीकाकरण एवं प्रधानमंत्री मातृत्व योजना सूचकांकों में उत्कृष्ट उपलब्धि अर्जित करने पर आभार ज्ञापित किया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, सीएमओ डॉ संजय शर्मा, डीपीएम सरजू खां, डीपीओ राज कपूर, जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार अहिरवार, डीएचआईओ बृजेश सिंह, क्षयरोग अधिकारी एम.एल. वर्मा सहित विभिन्न कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी, बीसीपीएम, बैम, डैम तथा अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।