
बहराइच। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बढ़ती हुई गर्मी व हीट वेव से आमजनमानस, पशु-पक्षी आदि सभी को राहत दिये जाने के उद्देश्य से ड्रेनेज, नलकूप, वन व पंचायती राज विभाग को निर्देश दिया गया कि ग्राम पंचायतों के माध्यम से सभी अमृत सरोवरों व जल स्रोतों को एक सप्ताह में भरवाना सुनिश्चित करें ताकि आमजन तथा मवेशियों को गर्मी के दौरान पानी की दिक्कत न हो। डीएम ने नगर निकाय, पंचायती राज व जल निगम को निर्देश दिया कि नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों में शत-प्रतिशत हैण्डपम्पों को क्रियाशील रखा जाय। सिंचाई विभाग को निर्देश दिया गया है कि रोस्टर के अनुसार नहरों के संचालन के साथ यह भी सुनिश्चित करें कि पानी नहरों की टेल तक अवश्य पहुॅचे।
डीएम ने अधि.अभि. नलकूप को निर्देश दिया है कि शुष्क मौसम को दृष्टिगत रखते हुए सभी राजकीय नलकूपों को चालू हालत में रखें। यांत्रिक एवं विद्युत दोष से बन्द नलकूपों को प्राथमिकता के आधार पर संचालित कराया जाय तथा यह भी सुनिश्चित किया जाय कि छोटी-मोटी फाल्ट से नलकूप बन्द न होने पाएं। डीएम ने सभी कार्यालयों में शीतल पेयजल की व्यवस्था के तहत कम से कम प्राकृतिक फ्रिज (मटके) की व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिये। डीएम ने सभी सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिया कि ऐसे प्रबन्ध किये जायें जिससे बच्चे, वृद्धजन व अस्वस्थ व्यक्ति हीटवेव से प्रभावित न होने पाये।
ग्रष्म ऋतु को देखते हुए डीएम ने विद्युत विभाग को निर्देश दिया कि खराब ट्रांसफामर्स को तत्काल ठीक करा दें तथा जिन स्थानों पर ओवर लोडिंग के कारण कोई समस्या हो वहॉ पर उचित बन्दोबस्त कर दिये जाएं। डीएम ने पशुपालन विभाग को निर्देश दिया कि गर्मी के मौसम को देखते हुए जनपद में संचालित समस्त गो आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंशों हेतु हरे चारे, पानी, छांव, भूसे, उपचार की माकूल व्यवस्था के साथ-साथ आवश्यकतानुसार पंखों की व्यवस्था भी करायी जाय। डीएम ने बीडीओ व सीवीओ को निर्देश दिया कि संरक्षित गोवंश किसी भी दशा में धूप में न रहने पायें। डीएम ने कहा कि गर्मी के मौसम में पशु चिकित्साधिकारी नियमित रूप से आश्रय स्थलों का निरीक्षण कर पशुओं के स्वास्थ्य पर दृष्टि बनाये रखें।
डीएम ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए सभी आवश्यक दवाओं के प्रबन्ध के साथ-साथ सभी पीएचसी व सीएचसी पर आवश्यक स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित की जाय। सीएमओ को निर्देश दिया गया कि आमजनमानस द्वारा अपनायी जाने वाली सावधानियों इत्यादि के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये तथा एडवाईज़री भी जारी कर दें ताकि लोगों को इस बात की जानकारी रहे कि लू व गर्मी का प्रकोप होने पर उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना है। डीएम ने समस्त कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिया है कि कार्यस्थलों पर श्रमिकों इत्यादि के लिए स्वच्छ पेयजल का उपयुक्त प्रबन्ध सुनिश्चित किया जाय। डीएम ने जनपदवासियों से भी अपील की है कि अपने घरों की छतों पर आपनी सामर्थ्य के अनुसार दाने पानी का प्रबन्ध अवश्य करें जिसे पक्षियों को गर्मी में असुविधा न हो।