
त्रिलोक न्यूज़
बाराबंकी राम सनेही घाट
श्मशान भूमि से शीशम का पेड़ गायब, ग्रामीणों में आक्रोश, ग्राम प्रधान पर गंभीर आरोप
बनीकोडर (बाराबंकी), अमृत विचार — सलेमपुर गांव के लोगों के लिए श्मशान भूमि सिर्फ एक जमीन का टुकड़ा नहीं, बल्कि उनकी भावनाओं से जुड़ी एक पवित्र जगह है। इसी भूमि पर लगा वर्षों पुराना शीशम का पेड़ अचानक गायब हो जाने से गांव में आक्रोश फैल गया है। ग्रामीणों ने इसे अपनी आस्था और परंपरा के साथ खिलवाड़ बताया है।
गांव के निवासी मोतीलाल यादव ने इस मामले को गंभीरता से उठाते हुए गुरुवार को एसडीएम रामसनेहीघाट को शिकायत पत्र सौंपा। मोतीलाल का आरोप है कि ग्राम प्रधान ने 23 अप्रैल 2025 को बिना किसी सरकारी अनुमति के श्मशान भूमि से शीशम के पेड़ को कटवाकर उसकी लकड़ी बेच दी। उनका कहना है कि इस कार्य से न केवल सरकारी संपत्ति का नुकसान हुआ है, बल्कि गांव की धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंची है।
श्मशान भूमि पर खड़े पेड़ को गांव के बुजुर्ग पीढ़ियों से सम्मान की दृष्टि से देखते आए थे। ग्रामीणों का कहना है कि वह पेड़ उनके पूर्वजों की स्मृति से जुड़ा था। पेड़ का यूं अचानक गायब हो जाना उनके लिए किसी गहरे घाव से कम नहीं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम ने लेखपाल सोहनलाल को मौके पर जांच करने का आदेश दिया है। लेखपाल की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषी पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों ने एक सुर में मांग की है कि श्मशान भूमि की गरिमा को बचाए रखने के लिए दोषियों को सख्त सजा दी जाए और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
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रिपोर्टर
दुर्गेश पाण्डेय