
संवाद दाता अरविंद कोठारी
मुंबई के विले पार्ले में स्थित *प्राचीन भगवान पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर* को हाल ही में प्रशासन द्वारा अचानक और अन्यायपूर्ण तरीके से जेसीबी मशीन से तोड़ दिया गया।
**मूर्ति खंडित की गई, पवित्र शास्त्र अपमानजनक ढंग से फेंके गए।** यह केवल एक मंदिर नहीं, हमारी आस्था पर सीधा आघात है।
**यह अकेले विले पार्ले का नहीं, पूरे देश के जिनालयों की सुरक्षा का सवाल है।**
इस अन्याय के विरोध में *सकल जैन समाज* द्वारा एक **विराट शांतिपूर्ण धरना** आयोजित किया गया है।
### **मुख्य माँगें:**
1. भगवान पार्श्वनाथ मंदिर का **तत्काल पुनर्निर्माण**
2. यह कार्य **सरकारी खर्चे पर और 2–3 दिनों में पूर्ण** किया जाए
3. भविष्य में **जैन धर्मस्थलों की सुरक्षा की कानूनी गारंटी**
4. दोषी अधिकारियों, नेताओं और होटल मालिक पर **कड़ी कार्रवाई**
**हमारा संकल्प:**
*ना सहेंगे, ना चुप रहेंगे – जिनालयों की रक्षा के लिए हम एकजुट हैं।* लाखों की संख्या में आज है जैन समाज शांति मोर्चा में शामिल हुआ
इस मोर्चे में कांग्रेस की संसद वर्षा गायकवाड़ का कहना था कि बीएमसी इतना सक्षम हो गई कि सुबह 8 बजे आके मंदिर तोड़ दी मूर्ति को सती गस्त कर दी मंदिर में मौजूद महिलाओं को और पुजारी को भी बाहर आने मूर्ति को बाहर लाने का मौका नहीं दी वही आस पास इतनी अनधिकृत बांध काम है उनको क्यों नहीं तोड़ । जैन समाज अहिंसा वादी समाज है।