मध्यप्रदेश

आदरणीय ताई 

सादर अभिवादन,,,

आदरणीय ताई

सादर अभिवादन,,,

 

पुलिस का चरित्र आपसे छुपा नहीं फिर भी आपने सही तथ्य जाने बिना वकील समुदाय को गलत ठहराया,,,

आपके लिए आपके पुलिस पर तेवर के दो उदाहरण,,,

मनोज परमार को गोली लगी आरोप सुदर्शन गुप्ता विधायक पर भी लगा मल्हारगंज थाना पर अपराध पंजीबद्ध हुआ तो आपने दिल्ली हिला डाली,,,

अभी कुछ दिनों पहले आपके पोते और अन्य साथ मारपीट हुई व्यवसायिक संस्थान पर तोड़फोड़,,, पुलिस ने कार्यवाही नहीं कि तो आपके समर्थक सामने आए भौपाल दिल्ली तक मामला गुंजन पैदा कर गया।

हम सब तो आपको अपना मानते रहे दल से ऊपर उठकर समर्थन दिया,,,, थोकबंद वोट मिले,,,।

आपने जो बयान दिया काश अवलोकन करके परिस्थितियों को समझ कर दिया होता।

आपके अपने किचन केबिनेट को पता लगाने भेजकर हकीकत जानती।

ताई करीब पच्चीस से अधिक पुलिसकर्मी पहले से थे महिला पुलिस कर्मी भी थीं उनके साथ क्या अभद्रता हुई,,, विनोद दिक्षित का बेज कैसे गिरा पता किजिए,,,टीआई तुकोगंज वाहन चालक साथ फिल्मी स्टाइल में झुमते गिरते पड़ते आऐ,,, वाहन चालक एवजी था नशे में धूत,,,।

सवाल तथ्यात्मक जानकारी लेकर आपकों अपनी बात रखनी चाहिए,,।

आज अफसोस हुआ,,,आप करें तो सब जायज़ आपने तैवर दिखाएं अपनों खातिर तो क्या वकील समुदाय आपका नहीं था।

बाणगंगा थाना क्षेत्र की घटना व्यक्ति से थाने में झाड़ू लगवाई वह आत्मग्लानि में आहत हुआ और अटैक आया मर गया।।।

झाड़ू लगवा कर अपमानित करना क्या जायज,,,

आजाद नगर थाने का पुलिस जवान नशा बेचने वाले गिरोह का संरक्षक,, पुलिस ने ही गिरफ्तार किया उसने बड़े बड़े अधिकारियों के जुड़े होने की बात कही,, मोबाईल में राज थे,,, गायब हो गया आप उसपर भी कहती कि पुलिस अपराधी को संरक्षण दे रही,,,

पुलिस जमीनों के मामले में खेल कर रही,

पुलिस के संरक्षण में शराब दुकानों के आसपास खुली जगह अहाते रुप में चल रहे,,आप चुप क्यों,,,

आपके ही दल के दो पार्षद विवाद में आप पुलिस कार्यवाही पर चुप,,,

आखिरकार आप अधिकारियों की पक्षधर साबित हुई,,,

हमें हमारी ताई से यह उम्मीद नहीं थी अगर हमने कुछ ग़लत किया तो अधिकार कान उमेठने का पर पक्ष विपक्ष जानकर,,

माफ करें,,,।

आपने यह नहीं किया।

🎯 एक वकील इंदौर

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