
इटारसी: एक और मध्य प्रदेश ट्रैफिक पुलिस बेलगाम दौड़ते डंपरों, काले रंग के कांच लगे वाहनों एवं भारी वाहनों का बीच शहर में प्रवेश पर लगाम लगाने में फिसड्डी रही है। वही 15 मार्च तक वाहनों के वीआईपी कल्चर के खिलाफ विशेष अभियान में जोर शोर से लगी हुई है। इस अभियान के तहत मध्य प्रदेश ट्रैफिक पुलिस ने जिले के जनप्रतिनिधियों, स्थानीय नेताओं एवं विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों के निजी वाहनों पर हूटर, रंग बिरंगी बत्तीयां और वीआईपी स्टीकर हटाने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान जिले भर में ट्रैफिक पुलिस का ऐसे वाहनों पर चालान करने की होड़ मची हुई है । काश ट्रैफिक पुलिस मौत के सौदागर काल कवलित ओवर लोडेड भारी वाहनों के खिलाफ इतनी तत्परता से पसीना बहाकर अभियान चलाती तो न जाने कितने एक्सीडेंट से होने वाली मौतों को रोका जा सकता था। आज जनप्रतिनिधियों की गाड़ियों को अपमानजनक रूप से चेक करके उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल किया जा रहा। अब संगठनों के जनप्रतिनिधियों ने भी उन्हें आगाह किया है कि ट्रैफिक पुलिस पहले अपनी रोजमर्रा के मैनुअल अनुसार अपने अपने निर्धारित स्थान पर ड्यूटी करें तो बेहतर कंट्रोल होगा। शहर के बीचो-बीच मार्केट एरिया के चौक चौराहों पर यातायात को सुचारू रखे तो ट्रैफिक समस्या निराकरण का वास्तविक अभियान सफल होगा। अतः शहर के ट्रैफिक की वास्तविक समस्याओं के सही क्रियान्वयन करने की आवश्यकता हैं।