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*जीवन में सफल होना है तो वाद विवाद कम करें, अपना रहस्य किसी को न बताएं-पूज्य संत श्री डा. संतोषदेव महाराज*
खंडवा।। हमें हमारे जीवन में सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास से कार्य करना चाहिए, हमें साबित करना होगा कि हम कौन हैं, यही आज भारत सरकार कर रही है। जीवन में सफल होना है तो वाद विवाद कम करें, अपना रहस्य किसी को न बताएं। यह बात पावन नगरी खंडवा के सिंधी कालोनी स्थित बगीचा ग्राउंड में शिवधारा वार्षिक महोत्सव के समापन अवसर पर अमरावती के परम पूज्य संत श्री डा. संतोषदेव जी महाराज ने उपस्थितों पर अमृतवाणी वर्षा करतें हुये कहीं। इस अवसर पर स्वामी शांति प्रकाश आश्रम से सखी साईं रमेश प्रकाश महाराज एवं बालकधाम प्रमुख स्वामी माधवदास जी ने भी उपस्थितों को आशीर्वाद प्रदान किया। यह जानकारी देते हुए समिति के रवि गिदवानी एवं प्रवक्ता निर्मल मंगवानी ने बताया कि इस मौके पर श्री शिवधारा अमृत ग्रंथ पाठ साहब पर भाग हुआ एवं संध्याकालीन विशेष सत्संग व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। विशाल बगीचा ग्राउंड में महाराज श्री ने मनुष्य जीवन में सफलता एवं लक्ष्मी प्राप्ति पर अपनी बात रखते हुए कहा कि रोज रात को सोने से पूर्व अपने घर में रखे तवे पर कच्चे दूध के छिड़े अवश्य मारे। पौधों को नियमित जल सीचन करें, जो बच्चे पढ़ाई में कच्चे हैं उनके हाथों से वृक्षों को पानी दिलवाएं, ऐसे बच्चों के हाथ से पानी में थोड़ी शक्कर डालकर 43 दिनों तक नियमित शिवलिंग पर चढ़ाएं। बुधवार के दिन बच्चों को लेखन सामग्री पेन दान करें। मूली का सेवन अवश्य करें उदर रोग ठीक होते हैं। माघ मास 14 जनवरी से 12 फरवरी तक है इस दौरान नियमित रुप से काली एवं सफेद तिल्ली का सेवन करें, जल में डाल कर स्नान करें एवं दान करें। संतों की दिव्य दृष्टि होती है, संतो को जो समाज हित कार्य करना होते हैं वह कर के चले जाते हैं। गुरु के सानिध्य में रहे, उनके साथ यात्राएं करें। आज प्रायः देखने में आ रहा है कि जब तक माता पिता शरीर में होते हैं तब तक हमें समझ नहीं आता है, हम उनकी कद्र एवं सेवा नहीं कर पाते, किंतु इनके जाने के बाद हमें इनका महत्व समझ आता है। याद रखो एक-एक व्यक्ति से फर्क पड़ता है। आज संसार में बहुत सारे लोग पाप से पैसा इकट्ठा कर रहे हैं आखिर क्यों? हमें अपने बच्चों को धन संपत्ति नहीं बल्कि सत मार्ग की शिक्षा देना चाहिए ताकि वह हमारे नहीं रहने पर स्वयं अपने एवं परिवार के लालन पालन के लिए धन कमा सके। संतश्री ने उपस्थितों को चेतावनी देते हुए कहा कि इस वर्ष बड़ी दुर्घटनाओं की संभावना दिखाई पड़ रही है इसलिए जहां तक हो सके गुरु एवं श्री हनुमान जी की आराधना करें। हम तुम्हारे थे प्रभुजी, हम तुम्हारे हैं, हम तुम्हारे रहेंगे…, चाहे जैसे मुझे रख लो कुछ ना कहूंगा मैं…, जेको झूलणअ सा करे प्यार वो बई हथअ मत्थे करें… आदि सहित अनेक भक्तिमय गीतों पर उपस्थितजन जमकर झूमे। फूलों की होली के दौरान संपूर्ण क्षेत्र जय जय शिवधारा के गगनभेदी जयकारों से गुंजामान हो उठा। इस मौके पर महाराज श्री का शाल एवं पुष्प मालाओं से स्वागत कर पूज्य सिंधी पंचायत अध्यक्ष गेहीराम सितलानी, सिंधी युवा पंचायत अध्यक्ष संजय सबनानी, श्री झुलेलाल नवयुवक मंडल अध्यक्ष मोहन दीवान, सचिव हरीश आसवानी, श्री झुलेलाल समर्थ पैनल के अध्यक्ष प्रदीप कोटवानी एवं महिला मंडल की पदाधिकारियों सदस्यों ने आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर हर साल की परंपरानुसार संत श्री व्दारा टेगोर वार्ड पार्षद श्रीमती काजल सुनील लालवानी, पदम नगर वार्ड पार्षद प्रतिनिधि रवि खटवानी, मानव एवं जीव मात्र के लिए कुछ विशेष निस्वार्थ भाव से सेवा करने वाले मनीष कुमार मलानी जिला गौरक्षा प्रमुख बजरंगदल, माधव झा जिला संयोजक, हिन्दू जागरण मंच, अनिमेष जोशी विश्व हिन्दू परिषद विभाग सहमंत्री को शाल एवं शिवधारा अवार्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया। महाआरती एवं पल्लव से शिवधारा महोत्सव का समापन हुआ। इस मौके पर पूज्य सिंधी पंचायत, सिंधी युवा पंचायत, श्री झुलेलाल नवयुवक मंडल, श्री झुलेलाल समर्थ पैनल के पदाधिकारियों सदस्यों, माता बहनों, शिवधारा परिवार खंडवा के जीतू, कैलाशचंद मोहनानी, दीपू गिदवानी के साथ नगर के वरिष्ठ समाजजन, गणमान्यजन बड़ी संख्या में उपस्थित थें।