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युवक की गला दबाकर हत्या, तुम्हारी पत्नी मर गई और तुम दूसरे की पत्नी के साथ घूम रहे हो, इस बात को लेकर हुआ विवाद, और कर दी हत्या, आरोपी गिरफ्तार।

जशपुर। जशपुर में मामूली बात पर युवक की गला दबाकर, पटककर हत्या करने का आरोपी सुखनाथ भगत को चंद के भीतर गिरफ्तार किया गया है।

युवक की गला दबाकर हत्या, तुम्हारी पत्नी मर गई और तुम दूसरे की पत्नी के साथ घूम रहे हो, इस बात को लेकर हुआ विवाद, और कर दी हत्या, आरोपी गिरफ्तार।

रायगढ़ संवाददाता- रमेश चौहान 

जशपुर। जशपुर में मामूली बात पर युवक की गला दबाकर, पटककर हत्या करने का आरोपी सुखनाथ भगत को चंद के भीतर गिरफ्तार किया गया है। और जेल भेजा गया है. सिटी कोतवाली जशपुर क्षेत्र के ग्राम डोड़काचौरा की घटना है। आरोपी के विरूद्ध थाना सिटी कोतवाली जशपुर में अप.क्र. 02/2025 धारा 103(1) बी.एन.एस. का अपराध दर्ज किये गए है।

मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है

3 जनवरी को एक महिला ने थाना जशपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसका भाई लक्ष्मी नारायण भगत उम्र 39 साल अपने घर में अकेले रहता था, वह 2 जनवरी के लगभग 10 बजे गांव में एक किराना दुकान में सामान लेने हेतु गया था, उस दौरान वह दुकान में सामान लेने आई अन्य महिला के साथ बात कर रहा था, उन्हें देखकर सुखनाथ भगत बोला कि “तुम्हारी पत्नी मर गई है, तुम दूसरे की पत्नी के साथ घूम रहे हो” इसी बात पर लक्ष्मी नारायण भगत एवं सुखनाथ भगत का जमकर झगड़ा विवाद हुआ। फिर सुखनाथ भगत ने लक्ष्मी नारायण भगत का गला को दबाकर जमीन में उठाकर पटक दिया, पैर से पेट तथा अन्य जगह में मारपीट किया, इस चोंट से उसी दिनांक की रात्रि लगभग 09ः40 बजे लक्ष्मी नारायण भगत की मृत्यू हो गई। प्रार्थी की उक्त रिपोर्ट पर थाना सिटी कोतवाली जशपुर में धारा 103(1) बी.एन.एस. का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया।

प्रकरण की विवेचना दौरान दबिश देकर प्रकरण के आरोपी सुखनाथ भगत को अभिरक्षा में लेकर थाना लाया गया, पूछताछ में आरोपी ने उक्त अपराध को घटित करना स्वीकार किया है। आरोपी सुखनाथ भगत उम्र 40 साल निवासी डोड़काचौरा थाना सिटी कोतवाली जशपुर के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने पर उसे 03 जनवरी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।

प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी को पकड़ने में थाना प्रभारी निरीक्षक रविषंकर तिवारी, उप निरीक्षक राजकुमार कष्यप, स.उ.नि. चंद्रप्रकाश त्रिपाठी, आर. विषेष्वर राम, आर. राजकेष्वर, आर. रवि राम का महत्वपूर्ण योगदान है।

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