
नगर के टाउन क्लब मैदान में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के चौथे दिन गुरुवार को कथा व्यास ने कहा कि कलयुग में भागवत की कथा सुनने मात्र से हर प्राणी को मोक्ष की प्राप्ति होती है और मन को शांति मिलती है।
भागवत सुनने से अहंकार का नाश होता है। भागवत कथा के आयोजन से श्रद्धालुओं में खुशी का माहौल है। कथा के दौरान श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया, भगवान के जन्म पर फूलों की वर्षा की गई।
श्री राधा रमण समिति द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में गुरुवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूम-धाम से मनाया गया।
कथा के दौरान जैसे भगवान का जन्म हुआ तो पूरा पंडाल नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की के जयकारों से गूंज उठा। श्रद्धालुओं ने फूलों की वर्षा की गई। इस दौरान लोग झूमने नाचने लगे।
भगवान श्रीकृष्ण की वेश में नन्हें बालक के दर्शन करने के लिए लोग लालायित नजर आ रहे थे।
इस अवसर कथा व्यास विनी किशोरी ने कहा कि जब धरती पर चारों ओर त्राहि-त्राहि मच गई, चारों ओर अत्याचार, अनाचार का साम्राज्य फैल गया तब भगवान श्रीकृष्ण ने देवकी के आठवें गर्भ के रूप में जन्म लेकर कंस का संहार किया।
इस अवसर पर उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं का वर्णन किया। कथा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।