ताज़ा ख़बरें

रविवार से प्रारंभ शुक्ला नगर में आयोजित नानी बाई का मायरा कथा सुुन ले रहे श्रद्धालु आनंद,

पंडित नवल किशोर द्वारा आयोजित कथा में 17 दिसंबर को होगा मायरे का आयोजन,

रविवार से प्रारंभ शुक्ला नगर में आयोजित नानी बाई का मायरा कथा सुुन ले रहे श्रद्धालु आनंद,

पंडित नवल किशोर द्वारा आयोजित कथा में 17 दिसंबर को होगा मायरे का आयोजन,

खंडवा।। श्रद्धालुओं को धर्म से जोड़े रखने के लिए आजकल नगर के कई स्थानों पर वार्डों में भागवत कथा, शिव कथा, राम कथा, नानी बाई का मायरा का आयोजन विद्वान पंडितो संतों के द्वारा किया जाता है, जिसका लाभ श्रद्धालु प्राप्त करते हैं,समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि इन दिनों नगर के शुक्ला नगर में बाल हनुमान मंदिर परिसर में 3 दिनी 15 दिसम्बर से 17 दिसम्बर तक नानी बाई का मायरा कथा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें बड़ी संख्या में भक्त कथा सुनने के लिए श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, कथा का आयोजन नर्मदेश्वर महिला मंडल के द्वारा करवाया जा रहा है। वहीं नानी बाई का मायरा कथा वाचक पंडित नवल किशोर जी ने बताया की नानी बाई को मायरो’ राजस्थान की एक लोक कथा है. यह कथा नरसी मेहता और उनकी बेटी नानी बाई से जुड़ी है. कथा के मुताबिक, नरसी मेहता एक गरीब ब्राह्मण थे और भगवान कृष्ण के भक्त थे. नानी बाई की बेटी सुलोचना की शादी के समय, नानी बाई के ससुराल वालों ने नरसी की गरीबी को लेकर ताने मारे. उन्होंने नरसी से शादी के लिए ज़्यादा गहने और कपड़े लाने को कहा. नरसी को भरोसा था कि भगवान कृष्ण उनकी लाज बचाएंगे. ऐसा ही हुआ और रास्ते में भगवान कृष्ण एक नगर सेठ के वेश में बैलगाड़ी लेकर मिले. इसके बाद नरसी ने अपनी बेटी का मायरा पूरे ठाठ-बाट से भरा. सुनील जैन ने बताया कि शुक्ला नगर में आयोजित नानी बाई का मायरा कथा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होकर पंडित जी के मुखारविंद से आयोजित कथा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं,

Show More
Back to top button
error: Content is protected !!