श्रवण साहू,धमतरी। छ.ग.सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय प्रवक्ता व जिला संयोजक हुलेश चंद्राकर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर गैर शिक्षकीय कार्यों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि प्राथमिक शाला व मिडिल स्कूल के शिक्षक जाती प्रमाणपत्र बनाने जैसे गैर शिक्षकीय कार्य और रोज रोज के ऑनलाइन लिंक से परेशान है। खासकर प्राथमिक शाला के शिक्षक, जहा एक ओर दर्ज के हिसाब से ज्यादातर स्कूलों मे 2 से ज्यादा शिक्षक नही हैं। कहीं कहीं तो एक शिक्षक कार्यरत है। ऐसे मे जाती प्रमाण पत्र के लिए अब शिक्षक अध्ययन कार्य छोड़कर पटवारी, सरपंच,और पलकों के रिकार्ड के लिए बाबू गिरी कार्य से परेशान हो रहे है।
प्राथमिक शाला बच्चों के सीखने का आधार होता है। जाती प्रमाण पत्र बनाने के सिस्टम मे बदलाव न करके शिक्षकों को बेवजह परेशानी मे डाला जा रहा है। प्राथमिक शाला मे रोज रोज वाट्सअप मे आदेश, निर्देश डाला जाता है। पढ़ाई मे गुणवत्ता की बात कही जाती है। साथ मे शिक्षा के बजट को उपयोग के नाम पर कई एनजीओ को एक साथ जिला मे अवसर देने से यह समझ नही आता की हम किसके फॉर्मेट मे काम करें। एक ही जिले मे एक साथ अलग अलग एनजीओ के कार्य और प्रशिक्षण से शिक्षक परेशान है। केवल कागजी रिकार्ड, और उपलब्धि गिनाने के साथ शिक्षा की गुणवता को खत्म किया जा रहा है। इससे शिक्षक पढ़ाई करवाना छोड़ स्कूलों में सब काम कर रहे है।
उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन और जिला प्रशासन से मांग करते है कि इन सब गैर शिक्षकीय कार्यो से तत्काल मुक्त कर शिक्षकों को केवल पढ़ाने दी जाएं। मांग करने वालो मे जिला अध्यक्ष दौलत ध्रुव, ब्लॉक अध्यक्ष लुकेश राम साहू, सरीफ बेग मिर्जा, नरेन्द्र सिन्हा, तेज लाल साहू आदि शिक्षक शामिल हैं।