बेतूल / पाथाखेड़ा के गायत्री माता मंदिर में सैकड़ो की संख्या में उपस्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने हिंदू साम्राज्य दिवस बड़े हो हर्षोल्लास के साथ मनाया। सर्वप्रथम छत्रपति शिवाजी महाराज की छायाचित्र पर फूलों की माला व दीप प्रज्वलित कर पुष्प की वर्षा की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने हिंदू साम्राज्य दिवस पर शिवाजी के विचारों के प्रति कृतज्ञता जताई। कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि छात्रपति शिवाजी का राज्याभिषेक,जिसे आज हम हिंदू साम्राज्य दिवस के रूप में मनाते हैं। केवल किसी व्यक्ति विशेष के सिंहासन पर बैठने की घटना भर नहीं है ,बल्कि वह समाज और राष्ट्र की भावी दिशा तय करने वाली एक युगांतकारी घटना थी । हिंदू साम्राज्य दिवस हर वर्ष जयेष्ठ शुल्क पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है । वक्ताओं ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को हिंदू साम्राज्य, संस्कृति ,सभ्यता और सौहार्द के प्रति जागरूक करना है।
*छत्रपति शिवाजी महाराज के संघर्ष पर डाला प्रकाश*
संघ के वक्ताओं ने सैकड़ो युवाओ के समक्ष बताया कि शिवाजी महाराज ने मात्र 15 साल की अल्प आयु में अपने कुछ साथियों के साथ बीजापुर के सुल्तान की सेना को परस्त कर दिया था। बिना संसाधनों के उन्होंने अपने जीवन में 276 युद्ध लड़े और सभी में विजय प्राप्त की। छत्रपति वीर शिवाजी महाराज ने साधन संपन्न, शक्तिशाली,खूंखार मुगलों को देश छोड़ने पर मजबूर कर दिया था। आगे संघ के वक्ताओं ने बताया कि ऐसे वीर शिवाजी महाराज का हिंदू समाज सदैव ऋणी रहेगा । शिवाजी महाराज अद्वितीय क्षमता और विद्वता के धनी थे । उन्होंने निराश भरे हिंदू समाज को जागृत कर मुगलों को परास्त कर, 6 लाख वर्ग किलोमीटर भूमि को स्वाधीन करवाया।