मंत्री मंडल की सिफारिश पर ओडिशा विधानसभा भंग, ![]()
ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास ने आज सोमवार 3 जून को विधानसभा भंग कर दी । इस संबंध में संसदीय कार्य विभाग की ओर से एक कार्यालय जारी किया गया है।
इससे पहले, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की अध्यक्षता में ओडिशा मंत्रिमंडल की आधुनिक मोड में हुई बैठक में राज्यपाल से विधानसभा भंग करने की सिफारिश की गई थी।
यह निर्णय राज्य में मंगलवार को होने वाले सम्मेलन और विधानसभा चुनावों की मतगणना से एक दिन पहले आया है। इसी क्रम में राज्यपाल ने संविधान के अनुच्छेद 174 के खंड 2 (बी) द्वारा उन्हें प्रदत्त शक्ति का प्रयोग करते हुए आदेश दिया कि 25 मई, 2019 को भारत के चुनाव आयोग द्वारा गठित विधानसभा, भारत के चुनाव आयोग द्वारा नव संचालित विधान सभा के गठन की। खजूर से भंग होने वाली है.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ओडिशा विधानसभा को भंग करना आज की कैबिनेट बैठक का एकमात्र मामला था।
गौरतलब है कि ओडिशा में 147 सीटों और 21 कांग्रेस विधायकों को चुनने के लिए 13 मई से चार चरणों में चुनाव शुरू हुए। पिछली विधानसभा में अन्नपूर्णा बीजद के 114 सदस्य थे, भाजपा के 22 सदस्य थे और कांग्रेस के सिर्फ नौ सदस्य थे।
वहीं माकपा का एक और वैष्णव विधानसभा के सदस्य थे। 4 जून को परिणाम आने के बाद तय होगा कि राज्य में किसकी सरकार बनेगी













