‘ भाजपा लगाएगी हैट्रिक या सपा का खुलेगा खाता या फिर बसपा करेगी उलटफेर
भाजपा लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान आज शुक्रवार को होगा । अलीगढ़ लोकसभा सीट पर 14 उम्मीदवार मैदान में हैं । भाजपा , सपा – कांग्रेस गठबंधन व बसपा उम्मीदवार के समर्थन में उनके शीर्ष नेताओं ने मैदान मथ दिया है । अब देखना है कि भाजपा उम्मीदवार सतीश गौतम हैट्रिक लगाएंगे , या गठबंधन उम्मीदवार चौ . बिजेंद्र सिंह 2004 के परिणाम को दोहरा पाएंगे या फिर बसपा उम्मीदवार हितेंद्र उपाध्याय बंटी उलटफेर करेंगे । जनपद के 1984362 लाख मतदाता आज शुक्रवार को अपना सांसद चुनेंगे । चुनावी मैदान में 14 उम्मीदवार हैं , जिसमें एक को संसद पहुंचने का मौका मतदाता देंगे । अभी तक तीनों प्रमुख उम्मीदवार अपनी – अपनी जीत का दावा ठोक रहे हैं । लेकिन असली दावा आज मतदाता ईवीएम का बटन दबाकर करेंगे । भाजपा उम्मीदवार सतीश गौतम का भारी विरोध है । भाजपा ने नाराजगी दूर करने के लिए पीएम से लेकर सीएम , प्रदेश अध्यक्ष , डिप्टी सीएम व अन्य संगठन के नेताओं की रैलियां कराई । सांसद सतीश गौतम तीसरी बार चुनावी अखाड़े में ताल ठोक रहे हैं । 2019 में सपा , बसपा व आरएलडी के गठबंधन को परास्त कर सतीश ने चमत्कार किया था । अब देखना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में सतीश गौतम का विजयी रथ आगे बढ़ता है या फिर जोश भर रहे गठबंधन उम्मीदवार चौ . बिजेंद्र सिंह 2004 के चुनाव परिणाम को दोहराएंगे । 2004 में चौ . बिजेंद्र सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर चार बार भाजपा की सांसद रहीं शीला गौतम को करीबी मुकाबले में हराया था । हालांकि इसके बाद लगातार तीन लोकसभा चुनाव में चौ . बिजेंद्र सिंह को पराजय सामना करना पड़ा था । इस बार अकेले चुनाव लड़ रही बसपा ने अलीगढ़ सीट पर ब्राहण कार्ड खेलते हुए भगवा खेमे से आए हितेंद्र उपाध्याय उर्फ बंटी को चुनावी मैदान में उतारा है । बसपा उम्मीदवार हितेंद्र उपाध्याय के मैदान में आने से भाजपा असहज हुई । बसपा अपने कोर वोट बैंक के साथ मुस्लिम मतदाताओं में पैठ लगाने के साथ ब्राहण मतदाताओं पर भी डोरे डाले । बसपा प्रमुख ने भी 23 अप्रैल को चुनावी जनसभा में मुस्लिमों को साधा था । अलीगढ़ सीट पर बसपा लगातार भाजपा का पीछा करती है । 2009 में बसपा की जीत का खाता खुला था ।