
उज्जैन इंदौर फोरलेन: 20 गांवों में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रशासन अब करेगा शुरू*
*पानोड़ बायपास से कम्पेल मार्ग भी मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड के रूप में हुआ अपग्रेड, आवागमन में मिलेगी राहत*
इंदौर। एक तरफ जहां इंदौर-उज्जैन फोरलेन को सिक्स लेन का काम चल रहा है, तो दूसरी तरफ इंदौर एयरपोर्ट से चिंतामण गणेश तक 48 किलोमीटर का फोरलेन ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट भी लाया जा रहा है, जिसका 70 फीसदी हिस्सा इंदौर जिले में ही निर्मित होगा और प्रशासन भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई भी जल्द शुरू करने जा रहा है। इस ग्रीन फील्ड का 30 फीसदी हिस्सा उज्जैन जिले में आ रहा है। दूसरी तरफ लोक निर्माण विभाग ने 90 सामान्य सडक़ों की चौड़ाई भी लगभग दो गुनी कर दी और इन सडक़ों को मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड के रूप में अपग्रेड किया गया है, जिसमें लगभग 89 किलोमीटर लम्बी पानोड़ बायपास से कम्पेल रोड भी शामिल है।
अभी इन सडक़ों की चौड़ाई मात्र पौने 4 मीटर ही है, जिसे अब 7 मीटर तक चौड़ा किया जाएगा, जिससे दो लेन का यातायात आसानी से चल सकेगा। दरअसल, ये सडक़ें दो शहरों के साथ-साथ मुख्य स्थानों को भी जोड़ती है और नेशनल तथा स्टेट हाईवे से भी मिलती है। इंदौर, सीहोर, जबलपुर, बैतुल, डिंडोरी, उमरिया सहित 16 जिलों की 90 सडक़ों को इसमें शामिल किया गया है। इन सडक़ों का चौड़ीकरण के साथ नवनिर्माण भी होगा और ठेकेदार फर्म को भी 5 साल तक इनका रख-रखाव करना पड़ेगा। इस योजना के तहत बीते कुछ वर्षों में 3 हजार से अधिक सडक़ों को मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड के रूप में अपग्रेड किया गया है और इन छोटी तथा सामान्य सडक़ों को चौड़ा करने से स्थानीय रहवासियों को भी आवागमन में आसानी रहती है।
दरअसल, ये सभी सडक़ें 40-50 साल पुरानी होने के साथ-साथ दोपहिया वाहनों, ट्रैक्टर, बैलगाड़ी के मुताबिक निर्मित की गई थी और इनकी चौड़ाई कम ही रही। मगर अब इन सडक़ों पर बड़े वाहनों का भी दबाव बढऩे लगा है और शहर विस्तार के साथ-साथ इन सडक़ों के साथ-साथ बड़ी संख्या में कॉलोनी-टाउनशिप भी विकसित होने लगी। इसके चलते अब इन सडक़ों को अपग्रेड करने का निर्णय लिया गया है। दूसरी तरफ सिंहस्थ के मद्देनजर इंदौर से उज्जैन के बीच एक और नया फोरलेन कुछ समय पूर्व शासन ने मंजूर किया, जिसके निर्माण की लागत 1300 करोड़ रुपए से अधिक की आंकी गई है और 48 किलोमीटर का यह फोरलेन इंदौर-उज्जैन जिलों के 29 गांवों से गुजरेगा, जिसमें 20 गांव इंदौर के, तो 9 गांव उज्जैन के शामिल रहेंगे।
डीपीआर, टेंडर प्रक्रिया के बाद अब जमीनों के अधिग्रहण की प्रक्रिया इंदौर-उज्जैन प्रशासन द्वारा शुरू की जा रही है। इंदौर एयरपोर्ट के पास हातोद, पितृ पर्वत के पास से यह नई सडक़ बनेगी, जो कि चिंतामण गणेश उज्जैन तक निर्मित होगी। इसके लिए लगभग 900 एकड़ से अधिक जमीन की जरूरत पड़ेगी, जिसके अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। ग्रीन फील्ड तकनीक पर इस फोरलेन का निर्माण होगा। सुपर कॉरिडोर से होते हुए चंद्रावतीगंज, अजनोद, खजुरिया, हातोद से सिंहस्थ बायपास चिंतामण गणेश तक इसका निर्माण होगा और दावा किया जा रहा है कि इससे इंदौर एयरपोर्ट से बाबा महाकाल मंदिर तक सिर्फ 30 मिनट में पहुंचा जा सकेगा और इस रोड से पीथमपुर का औद्योगिक क्षेत्र भी जुड़ जाएगा और सिंहस्थ के मद्देनजर यातायात की दृष्टि से उज्जैन के लिए यह एक और रोड मिल जाएगा। शासन ने इस रोड का जिम्मा मध्यप्रदेश सडक़ विकास निगम को सौंपा है, जिसके द्वारा अब भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी। त्रिलोक न्यूज