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*मध्य प्रदेश में एक्टिव हुए 4 वेदर सिस्टम…*
*भोपाल, इंदौर सहित 22 जिलों में होगी रुक-रुक कर बारिश*
🎯त्रिलोक न्यूज़ चैनल
मध्य प्रदेश में अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और चार सक्रिय मौसम प्रणालियों के कारण मौसम में अचानक बदलाव आया है।
प्रदेश में अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और चार सक्रिय मौसम प्रणालियों के कारण मौसम ने अचानक करवट ले ली है। मंगलवार को राज्य के कई जिलों में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि दर्ज की गई।
महाकोशल और विंध्य अंचल के डिंडौरी और बालाघाट जैसे जिलों में तेज हवाएं चलीं, जिससे पेड़ गिर गए और मकानों को नुकसान पहुंचा। वहीं कुछ जिलों में लू का असर भी जारी रहा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले दिनों में अरब सागर से नमी की आपूर्ति और तेज हो सकती है, जिससे बारिश की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है।
मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सीधी में 7 मिमी, मंडला व ग्वालियर में 2-2 मिमी, सतना में 0.4 मिमी और सागर में 0.1 मिमी बारिश हुई। इस बीच खजुराहो में अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे अधिक था। खजुराहो और नौगांव में लू का असर बना रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी अभिजीत चक्रवर्ती ने सूरज मेहता न्यूज़ चैनल को बताया कि वर्तमान में पूर्वोत्तर राजस्थान, दक्षिणी हरियाणा, मध्य पाकिस्तान और बंगाल की ओर कई चक्रवातीय हवाओं की प्रणालियां सक्रिय हैं। इनके कारण उत्तर भारत से लेकर बांग्लादेश तक एक द्रोणिका बनी हुई है।
मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि बुधवार को अरब सागर में एक नया चक्रवात बनने की संभावना है, जो गुरुवार को कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो सकता है। इसके कारण प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में और तेजी आएगी।
बुधवार से भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम और जबलपुर संभागों के जिलों में रुक-रुक कर बारिश हो सकती है। पिछले 24 घंटों के दौरान रतलाम में सर्वाधिक 59 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा ग्वालियर, रीवा, शहडोल, सागर, भोपाल, इंदौर और उज्जैन संभागों के कुछ स्थानों पर भी हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
बारिश और आंधी ने जहां लोगों को भीषण गर्मी से राहत दी है, वहीं कई क्षेत्रों में नुकसान भी पहुंचाया है। पेड़ों के गिरने और मकानों की छतें उड़ने से जनजीवन प्रभावित हुआ है।
कई गांवों में विद्युत आपूर्ति बाधित रही। मौसम विभाग ने आगामी चार से पांच दिनों तक प्रदेश में इसी तरह रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहने का अनुमान जताया है।