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भाजपा पार्षद ने किया आत्महत्या का प्रयास घरेलू विवाद को लेकर उठाया बड़ा कदम

मामला पेंड्रा नगर पालिका का है जहां वार्ड क्रमांक 15 से भाजपा पार्षद गणेश जायसवाल पर उनकी पत्नी प्रियंका जायसवाल ने मारपीट सहित हत्या के प्रयासों का आरोप लगाया जिस FIR से घटना की शुरुआत होती है पूर्व में भी पति पत्नी के बीच ऐसी घटना घटित हुई थी जिसका समझौता पुलिस और न्यायालय के बीच हुआ था।

विदित हो कि आत्महत्या का प्रयास करने से पहले पार्षद जयसवाल ने सुसाइड नोट्स लिखा था जिस पर उसने अपने साथ हुए प्रताड़ना का जिक्र किया कैसे उसके विवाद होते और समझौते के नाम पर उसे दबाव डालकर ससुराल पक्ष के लोग उसका शोषण करते रहे।

जायसवाल का प्रेम विवाह 15 वर्ष पूर्व हुआ था जिसमें उनकी पत्नी प्रियंका जायसवाल के नौकरी का खुलासा करते हुए उन्होंने लिखा है कि किस तरह से फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र और फर्जी रिजल्ट बनाकर नौकरी लगाया गया।

आत्महत्या से पहले जायसवाल ने नोट्स में पुलिस के द्वारा मामले को कम ज्यादा करने के नाम पर वसूली का आरोप भी लगाया है।

 

इस घटना को अंजाम देते हुए गणेश जायसवाल ने सुसाइड नोट्स के साथ 15 पन्नों में अपनी पत्नी को पत्र लिखते हुए अपने साला पवनबर्मन ,सास तारा देवी बर्मन डेढ़ सास भारती बर्मन ‘मितानिन मुँह बोली बहन दुर्गा जैतवार और जिले के पुलिस अधीक्षक, SDOP सहित कांग्रेस नेता पंकज तिवारी भाजपा नेता रितेश फरमानिया,राकेश चतुर्वेदी,नगर पालिका अध्यक्ष राकेश जालान को भी पत्र लिखा जिसमें उसके जीवन में घटित घटनाओं का सम्पूर्ण विवरण नजर आता है।

 

पत्नी से मारपीट का मामला काफी पुराना बताया जाता है जिसे लेकर समझौता दोनों के बीच हो चुका था दोनों का जीवन अच्छे से चल रहा था इसी बीच चुनाव होता है और चुनाव के तत्काल बाद छोटे से बात को लेकर विवाद होता है और विवाद को बड़ा बनाते हुए पुराने वीडियो और मामलों का सहारा लेकर उनकी पत्नी थाने पहुंच जाती है जहां थाने में बिना मामले के जांच किए एकतरफा सुनवाई करते हुए गंभीर धाराओं के साथ पार्षद जयसवाल के खिलाफ मामले पंजीबद्ध होता है,मामला पंजीबद्ध होने के कुछ दिनों बाद उनके परिचित दुर्गा जैतवार जो कि गणेश जायसवाल की मुँह बोली बहन उन्होंने भी उनके खिलाफ शिकायत किया कि गणेश जायसवाल उन्हें जान से मारने की धमकी व गाली गलौच किया है जिस शिकायत का कोई आधार या गवाह लिए बिना पुलिस ने FIR कर दिया और गणेश जायसवाल पर एक और मामला पंजीबद्ध हो गया।

 

दुर्गा जैतवार जो कि गणेश जायसवाल को न्यायालय से राहत मिलता देख उनपर तत्काल एक FIR लिखवाती है वो उनकी पत्नी प्रियंका जायसवाल द्वारा किए FIR में गवाह भी हैं।

 

तमाम एंगल को देखते हुए और गणेश के सुसाइड नोट्स को देखकर यह प्रतीत होता है कि एक व्यक्ति जो घरेलू विवाद में समाज से एकजुट करने की उम्मीद रखता है उसे किस तरह से राजनैतिक दांव पेंच का शिकार बनाते हुए पुलिस के सहारे प्रताड़ित किया जा रहा है और पुलिस जांच करने के जगह लोगों के बातों आकर कार्यवाही को दिशा देती रही..?

क्या ऐसे घटनाओं में जहां व्यक्ति आत्महत्या करने को मजबूर हो जाए सूक्ष्मता से जांच नहीं होना चाहिए

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