
अपने ही परिवार के लोगो ने फर्जी नमिनी बन कर इंश्योरेंस की राशि को लेने का मामला सामने आया दरअसल मामला बांदे कालोनी के नयापारा की है यहां रह रहे थे शिक्षा विभाग के शिक्षक अमर मंडल जो काफी दिनों से किडनी की बीमारी से ग्रसित था डॉक्टर ने भी अंतिम स्टेज कह दिया … इसका फायदा उठाते हुए अपनी ही भांजे गुरुचांद जो ग्राम पीवी 106 का निवासी है शिक्षक अमर हालदार को झांसे में लेकर इश्योरेंस एजेंट के साथ मिलकर एक इश्योरेंस बना ली जिसकी परिवार के बच्चे पत्नी तक के जानकारी नही था …भांजे जनता था मामा ज्यादा दिन तक के मेहमान नही…..अचानक शिक्षक अमर हालदार की बीमारी से आकस्मिक मृयु हो गया…जिसके बाद कुछ दिन बाद इंश्योरेंश की 50 लाख की राशि भांजे के खाते में आ गया …
अनान फानन में जब परिवार वालो को पता चला तो इसे लेकर काफी विवाद के बाद भांजे ने स्वीकार की हा उसने नमिनी बन कर इंश्योरेंस कराया जब अमर हालदार की धरम पत्नी बनानी हालदार ने पैसा मांगा ….तो भांजे ने 17 लाख रुपये देने की बात कहकर एक स्टाम्प पेपर में लिखित दी ….लेकिन कुछदिन बितजाने के बाद जब पैसा नही दी तो वे एसपी एसडीओपी व थाने में शिकायत की लेकिन मामला पारिवारिक होना बता कर एफआईआर नही की ओर कोर्ट जाने की सलाह दी। पीड़िता बनानी ने कहा कि भांजे गुरुचांद व भतीजा निरंजन हालदार ने सडयंत्र कर पूरा खेल रचा ओर फर्जी दस्तावेज फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बना कर पैसा आहरण की उसने ये भी कहा कि उनका पति की मृत्यु प्रायवेट अस्पताल में हुआ लेकिन ये दोनों ग्राम पंचायत से प्रमाणपत्र बना कर पैसा का आहरण किया।











