
शहर के समस्त भैरव मंदिर में आज शनिवार को मनाई जाएगी उत्साह के साथ भैरव अष्टमी,
इंदौर रोड स्थित महाकाल भैरव मंदिर में प्रातः काल अभिषेक के बाद आरती एवं हवन के पश्चात होगा भंडारे का आयोजन,
खंडवा ।। भैरव अष्टमी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो भगवान शिव के रौद्र रूप, काल भैरव की पूजा के लिए समर्पित है,यहमार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है, समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि इस वर्ष 23 नवंबर शनिवार को खंडवा के समस्त भैरव मंदिर में भैरव अष्टमी का पर्व मनाया जाएगा,इस दिन भक्त काल भैरव की पूजा-अर्चना करते हैं और
उनकी कृपा प्राप्त करने की कामना करते हैं, काल भैरव को काशी के कोतवाल के रूप में भी जाना जाता है,उनकी पूजा करने से न केवल भौतिक सुख-समृद्धि प्राप्त होती है बल्कि आध्यात्मिक उन्नति भी होती है,यह माना जाता है कि काल भैरव की कृपा से सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति मिलती है,संकट मोचन: काल भैरव को संकट मोचन देवता माना
जाता है। उनकी पूजा करने से सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति मिलती है।
आध्यात्मिक उन्नति: भैरव अष्टमी के दिन काल भैरव की पूजा करने से आध्यात्मिक उन्नति होती हें, समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि 23 नवंबर शनिवार को खंडवा के इंदौर रोड मिल के पास स्थित महाकाल भैरव मंदिर में उत्साह के साथ पर्व मनाया जाएगा, ब्रह्म मुहूर्त में बाबा का अभिषेक स्नान श्रृंगार के साथ प्रातः 8:00 बजे आरती एवं विश्व शांति एवं सभी के कल्याण के लिए हवन होगा 12:00 बजे पश्चात भंडारे का आयोजन होगा, रामनगर स्थित स्वयंभू श्री काल भैरव मंदिर में बी प्रातः काल भैरव बाबा का श्रृंगार पूजन आरती के साथ प्रसादी का वितरण होगा,घंटाघर स्थित कालभैरव मंदिर में भी भैरव अष्टमी पर प्रात: अभिषेक, श्रृंगार, पूजा एवं विश्व शांति एवं सभी के कल्याणार्थ हवन का आयोजन होगा, एवं सायंकाल बच्चों द्वारा भैरव बाबा की जयंती पर उत्साह पूर्वक केक काटकर जयंती मनाई जाएगी। वहीं सूत मिल स्थित महाकाल भैरव मंदिर, लोहारी नाका भैरव मंदिर, रामगंज स्थित बटुक भैरव, झीलोद्यान स्थित काल भैरव मंदिर के साथ शहर के भैरव मंदिरों में भैरव अष्टमी धार्मिक उत्साह से मनाई जाएगी।