लखनऊ, 26 जून 2024 – सरकार के स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत शहर में साफ-सफाई की दिशा में कई योजनाएं बनाई गईं, परंतु यह शौचालय प्रशासनिक उदासीनता का प्रतीक बन गया है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह शौचालय न केवल गंदगी का अड्डा बन चुका है, बल्कि यहां पर सफाईकर्मी भी नियमित रूप से नहीं आते। शौचालय के आसपास कूड़े का ढेर और बदबू से राहगीरों का गुजरना मुश्किल हो गया है। यहां आने वाले लोग गंदगी और अव्यवस्था के कारण बीमारियों के फैलने का खतरा भी महसूस कर रहे हैं।
स्वच्छता मिशन के तहत शहर के कई शौचालयों की सफाई और मरम्मत का कार्य किया गया, लेकिन नेहरिया चौराहा स्थित इस सुलभ शौचालय को नजरअंदाज किया गया। स्थानीय पार्षद और अधिकारियों को कई बार इस समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
लखनऊ नगर निगम के अधिकारियों को इस समस्या का संज्ञान लेना चाहिए और जल्द से जल्द इस शौचालय की सफाई और मरम्मत का कार्य सुनिश्चित करना चाहिए ताकि स्वच्छ भारत अभियान का असली मकसद पूरा हो सके और नागरिकों को स्वच्छ वातावरण मिल सके।