*आगरा में तीन दिन पहले छोटे भाई ने फाांसी लगाई तो आज बड़े भाई का शव भी फंदे से लटका मिला. पुलिस टॉर्चर से थे परेशान…*
आगरा के थाना बरहन से सनसनीखेज और बड़ी वारदात सामने आई है. तीन दिन पहले एक युवक ने फांसी लगा ली थी तो आज उसके बड़े भाई का शव भी खेतों में पेड़ से फंदे पर लटका मिला. दो भाइयों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है. इस मामले में सादाबाद पुलिस के टॉर्चर करने का मामला सामने आ रहा है जिसके कारण दोनों भाई परेशान थे. क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश फैल गया है और गांव में तनाव का माहौल है.
मामला बरहन के गांव रूपधनु का है. बताया जाता है कि हाथरस की सादाबाद पुलिस ने आगरा के किसान संजय सिंह को तीन दिन थाने में रखकर पीटा. वजह यह थी कि उसका साला नाबालिग लड़की का भगा ले गया था. इस पर पुलिस उसे घर से उठाकर ले गई. छोड़ते वक्त उससे कहा था कि 22 जून को साले और लड़की को लेकर थाने हाजिर हो जाना वरना अजाम बुरा होगा. 22 जून को चेतावनी के अंतिम दिन तक जब साला लड़की लेकर नहीं आया तो किसान संजय सिंह ने डर से गांव के बाहर पेड़ से फंदा लगाकर जान दे दी. किसान के बड़े भाई प्रमोद ने उस समय बताया था कि संजय को छोड़ने के बाद 11 जून की शाम पुलिस ने उसे और उसके छोटे बेटे प्रवीण को उठा लिया और हवालात में बंद कर दिया. प्रमोद ने बताया था कि उसका और उसके बेटे का कोई दोष नहीं है. सादाबाद थाने के दरोगा ने हमासे एक लाख रुपये की डिमांड की.
आज प्रमोद ने भी किया सुसाइड
आज सोमवार को दोपहर मृतक संजय के बड़े भाई प्रमोद ने भी आत्महत्या कर ली. गांव के बाहर मंदिर के पास प्रमोद का शव भी पेड़ से लटका मिला. परिजनों ने सादाबाद थाने के दरोगा हरिओम अग्निहोत्री पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है. पजिरनों ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है.