कुरुक्षेत्र : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र, कुरुक्षेत्र द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र में अनुसूचित जाति तथा जनजाति के प्रतिभागियों के लिए फल और सब्जी परिरक्षण पर पांच दिवसीय व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन 8 मार्च 2024 को किया गया। व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र कुरुक्षेत्र द्वारा 4 से 8 मार्च 2024 तक किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्र के वरिष्ठ समन्वयक डॉक्टर नसीब सिंह ने प्रशिक्षुओं को अपना व्यवसाय शुरू करके आत्मनिर्भर होने मे कृषि विज्ञान केन्द्र की भूमिका के बारे में बताया।
कृषि विज्ञान केंद्र, कुरुक्षेत्र के वैज्ञानिक डॉक्टर सरिता रानी (सस्य विज्ञान) ने पाठ्यक्रम समन्वयक के रूप में मुख्य भूमिका अदा की। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के लिए व्यवसायिक प्रशिक्षण के महत्व पर फल और सब्जी परिरक्षण के विभिन्न तरीकों के बारे मे बताया। इस प्रशिक्षण में अलग-अलग संस्थानों के विशेषज्ञों ने कई तरह की जानकारी दे कर प्रशिक्षुओं को आत्मनिर्भर बनने के बारे में जागरूक किया। इस प्रशिक्षण में डॉ उमा प्रजापति, अस्सिटेंट प्रोफेसर महाराणा प्रताप यूनिवर्सिटी, डॉ प्रशांत कौशिक चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र, कैथल और कृषि विज्ञान केंद्र कुरुक्षेत्र के वैज्ञानिकों ने फल तथा सब्जय़िों के अचार, चटनी, मुरब्बा, कैंडी, जैम, इत्यादि उत्पाद बनाने सिखाये तथा उनसे संबंधित विभिन प्रकार की जानकारी प्रतिभागियों को दी।
धर्मवीर सैनी ने प्रतिभागियों को कुरुक्षेत्र जिले की सफलता की कहानियों तथा केंद्र के सामुदायिक रेडियो स्टेशन के बारे में बताते हुए व्यवसाय शुरू करने में रेडियो की भूमिका के बारे में बताया। कार्यक्रम के सफल समापन पर केंद्र के सस्य विज्ञान वैज्ञानिक डॉक्टर सरिता रानी (पाठ्यक्रम समन्वयक) ने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी। प्रतिभागियों ने कहा कि इन पांच दिनों में उन्हें फल एवं सब्जी परिरक्षण के बारे में बहुत अच्छा प्रशिक्षण मिला है तथा अब वे अपना खुद का व्यवसाय कर सकेंगे। इस प्रशिक्षण में 30 प्रशिक्षुओं ने भाग लिया।
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