
एडिटर/संपादक:-तनीश गुप्ता,खण्डवा
*पर्यावरण संरक्षण एवं महिला सशक्तिकरण की दिशा में खंडवा नगर निगम की अभिनव पहल*
*मिट्टी से गणेश मूर्ति निर्माण हेतु 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का सफल समापन*
खंडवा ||पर्यावरण संरक्षण, पारंपरिक संस्कृति के संवर्धन एवं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में नगर पालिक निगम खंडवा द्वारा एक अनुकरणीय पहल की गई। निगम सभागृह में आयोजित 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का सफल समापन किया गया, जिसमें प्रतिभागियों को मिट्टी से गणेश मूर्तियों के निर्माण का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। यह कार्यशाला पीओपी (POP) मूर्तियों पर प्रतिबंध के संदर्भ में आयोजित की गई, ताकि नागरिकों को पर्यावरण हितैषी विकल्प उपलब्ध कराए जा सकें।
*50 से अधिक स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने दिखाई रचनात्मक प्रतिभा*
इस कार्यशाला में खंडवा शहर की 50 से अधिक महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जो विभिन्न स्व-सहायता समूहों से जुड़ी हैं। गंगौर, ज्वाला देवी, गणपति गजानन, अनुपमा, महालक्ष्मी, वैष्णवी, गौरी, ऋद्धि सिद्धि, खाटू श्याम, उजाला, मां भैरवी, राधे कृष्णा, मां अंबे, हरिहर, काश्वी, सिद्धि, महादेव, भाव्या, खाटू नरेश, संतोषी माता, गुड़िया, राधे राधे जैसे समूहों की भागीदारी सराहनीय रही। सभी ने गणेश मूर्ति निर्माण में अपनी कला और समर्पण का अद्भुत प्रदर्शन किया।
*कुशल प्रशिक्षकों द्वारा तकनीकी और सांस्कृतिक प्रशिक्षण*
प्रशिक्षण कार्यशाला का संचालन श्री धर्मेन्द्र जौहरी एवं कुमारी तन्वी जोशी द्वारा किया गया। दोनों प्रशिक्षकों ने प्रतिभागियों को न केवल मूर्ति निर्माण की तकनीकी विधि सिखाई, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और भारतीय संस्कृति की भावना से भी उन्हें जोड़ा। प्रशिक्षकों के प्रयासों से प्रतिभागियों में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार हुआ।
*महापौर श्रीमती अमृता अमर यादव की प्रेरक उपस्थिति*
कार्यशाला के दौरान नगर निगम महापौर श्रीमती अमृता अमर यादव स्वयं उपस्थित रहीं। उन्होंने प्रतिभागी महिलाओं द्वारा बनाई गई 50 से अधिक मूर्तियों का अवलोकन कर सभी को पुरस्कृत करते हुए उत्साहवर्धन किया। महापौर ने महिलाओं की प्रतिभा की सराहना करते हुए उन्हें पर्यावरण हितैषी नवाचारों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया।
*निशुल्क दुकान आवंटन एवं भविष्य में और भी प्रशिक्षण योजनाएं*
समापन अवसर पर यह घोषणा की गई कि जो महिलाएं या समूह उत्तम गुणवत्ता की गणेश प्रतिमाएं बनाएंगे, उन्हें निगम द्वारा स्थानीय बाजारों में मूर्ति विक्रय हेतु निशुल्क दुकानें उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही भविष्य में राखी निर्माण, तोरण सज्जा जैसे पारंपरिक उत्पादों हेतु भी निशुल्क प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे। यह पहल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आय के स्रोतों में वृद्धि करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम सिद्ध होगी।
*कार्यशाला का सफल संचालन निगम टीम के सहयोग से*
कार्यशाला का सफल संचालन ज़ोन प्रभारी श्री भुवन श्रीमाली के नेतृत्व में किया गया। कार्यक्रम की व्यवस्थाओं में NULM की समन्वयक श्रीमती रजनी सोनी तथा उनकी टीम – दीपमाला कटारे, दीपिका श्रीवास्तव, रवि शर्मा, संदीप खराले एवं उमा हरवे का सक्रिय योगदान रहा।