कटनीमध्यप्रदेश

कायस्थ समाज ने हर्षौल्लास से मनाया होली मिलन समारोह

कायस्थ समाज ने हर्षौल्लास से मनाया होली मिलन समारोह

कटनी से सौरभ श्रीवास्तव की रिपोर्ट

कटनी – श्री चित्रगुप्त कायस्थ सभा द्वारा जगन्नाथ चौक स्थित चित्रगुप्त मंदिर में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान कायस्थ समाज के लोगो ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर पारंपरिक गीतों के साथ होली मनाई. दरअसल कायस्थ सभा ने हर साल की तरह इस साल भी धूम-धाम से होली मिलन समारोह का आयोजन किया जिसमें हजारों की संख्या कायस्थ समाज के लोगों ने सपरिवार हिस्सा लेकर एक दूसरे को गुलाल लगाकर शुभकामनाएं दी

__________________

 

*काव्य पाठ में हास्य-व्यंग्य की रचना सुन लोटपोट हुए श्रोता*

____________________

इस अवसर पर हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें स्थानीय कवियों ने भाग लिया और प्रेम, सद्भावना का संदेश दिया। इसी दौरान कायस्थ सभा ने सभी कवियों को सम्मानित किया। हास्य कवि सम्मेलन में नगर के साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से उपस्थिति दर्ज की । डॉ रमाकांत निगम की अध्यक्षता तथा डॉ राजेश श्रीवास्तव प्रखर के संयोजन एवं संचालन में माँ वीणा पाणी की चरण वंदना के पश्चात साहित्यकारों का सम्मान पुष्प हार से किया गया । हास्य कवि सम्मेलन का आगाज़ करते हुए हास्य कवि शरद जायसवाल ने कहा – हमने फेसबुक पर लिखा बीवी मायके गई , लोगों के सैंकड़ों कमेंट वई-वई वई-वई वई-वई । सतीश आनंद ने कहा – आते-आते भी उनको जमाने लगे देर करने के कितने बहाने लगे ज़िंदगी भर जला के जो दिल ना भरा आज़ मुझको चिता में सजाने लगे । डॉ राजेश श्रीवास्तव प्रखर ने कहा – नफरतों के पृष्ठ पर कुछ प्रीत लिख दूं, हार की उम्मीद को भी जीत लिख दूं , आई कड़वाहटें जो रिश्तों में उनको थोड़ा सा स्वीट कर देते । अनिल मिश्र ने कहा – नयन नयन से पूछते केवल एक सवाल , गोरी तेरे गाल पर किसने मला गुलाल । डॉ रमाकांत निगम ने कहा – महंगाई कम करने मैंने दिल्ली फोन लगा कर कहा जनता महंगाई से त्रस्त है , टेलीफोन ऑपरेटर बोली इस रूट की सभी लाइन व्यस्त है । चंद्रकिशोर श्रीवास्तव चंदन ने कहा – बातें बनाने के लिए क्या हम ही मिले थे, महफ़िल सजाने के लिए क्या हम ही मिले थे । मनोज निगम ने कहा – मित्रो यहाँ तो बड़ी गड़बड़ी है हर दिन नयी इक समस्या खड़ी है , कौये खाने लगे दूध-रोटी तोते के हक़ में हड्डी पड़ी है ।

*एक-दूसरे को जमकर लगाया गुलाल पारंपरिक फाग और संगीत की धुनों पर थिरके लोग*

________________

काव्य पाठ के साथ-साथ होली मिलन कार्यक्रम में पारंपरिक फाग गायन की शानदार प्रस्तुतियां दी गईं. डीजे की मधुर धुनों के बीच होली गीतो में सभी ने फूलों की वर्षा करते हुए एक-दूसरे को होली की शुभकामनाएं दीं.होली के गीत गूंजते ही हर कोई ठुमके लगाने पर मजबूर हो गए कार्यक्रम के समापन के अवसर पर आभार हेमंत श्रीवास्तव सचिव एवम अनादि निगम द्वारा किया गया समारोह में हजारों की संख्या जिले के कायस्थ जन उपस्थित थे

Show More
Back to top button
error: Content is protected !!