कोरबा/पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक अन्तर्गत ग्राम पंचायत बिंझरा के किसान सत्रुघन जयसवाल की भूमि की कुल रकबा 9..50 हेक्टेयर है जो कि बीते वर्ष भी इन्होंने अपनी भूमि के एवज में केंद्र से लोन लेकर खेती करने के उपरांत लोन को बकाया चुकाया और इस वर्ष भी तकरीबन 2.50 लोन लेकर खेती किया गया है।
और लोन को चुकाने पर केंद्र में टोकन कटवाने के लिए किसान बिंझरा केंद्र पहुंचा तब केंद्र के प्रबंधक ने कहा कि आपकी खसरा और कुल रकबा आई डी में सो नहीं हो रहा है। इस कारण आपकी टोकन नहीं कट रही है और कोई बात नहीं है।
एक तरफ छत्तीसगढ़ सरकार साय का कहना है कि कोई भी किसान छूटना नहीं चाहिए और किसानों को कोई भी समस्या नहीं होनी चाहिए अगर किसी किसान को कोई भी प्रकार की समस्या होती है तो उन अधिकारियों की खैर नहीं।
तब किसान ने कहा कि ना ही राजस्व की आई डी वा पोर्टल पासवर्ड मेरे पास नहीं है तो कैसे मेरे खाते की भूमि का कुल रकबा की त्रुटि कैसे हो गई। इसी समस्या को लेकर ग्रामीण किसान तशिलदार सुमन दास मानिकपुरी को अवगत कराया गया। तब नायब तहसीलदार का कहना है कि पटवारी अपने आई डी से हमारे आई डी में जैसे भेजेंगी हम वैसे ही 3 दिन के अन्दर में आपकी समस्या का समाधान हम कर देंगे। तब मैं पटवारी श्री मति सहोद्रा सिरसो हल्का नंबर 40 को बताया कि नायब तहसीलदार ने आपके आई डी से नायब तहसीलदार के आई डी पर फॉरवर्ड कर दो तो मेरी समस्या का समाधान हो जाएगा तो पटवारी मैडम का कहना है कि मेरी आई डी अपडेट नहीं हो रहा है जिससे साफ साफ झलक रहा है कि किस प्रकार से ग्रामीण किसानों को अधिकारी एवं कर्मचारी कैसे कैसे परेशान करने का पैंतरा आजमाते हैं। अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन को समस्या का अवगत कराने के उपरांत ऐसे क्रॉफ्ट अधिकारी एवं कर्मचारियों के ऊपर क्या कार्यवाही करते हैं।